CM केजरीवाल ने किसे कहा- चाहे आप कोई भी रास्ता अपनाएं लेकिन इन आदर्शों को हमेशा रखें याद?
दिल्ली कैंट स्थित करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल ने कहा कि देश से भेदभाव और द्वेष मिटाने के लिए एनसीसी की मूल्यों को अपनाना होगा
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) एनसीसी (NCC) गणतंत्र दिवस शिविर-2023 में बातौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और समाज में एनसीसी के अपार योगदान की सराहना की. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम एक राष्ट्र के रूप में सामाजिक और आर्थिक रूप से तभी आगे बढ़ेंगे, जब हम 'राष्ट्र प्रथम' की विचारधारा में विश्वास करेंगे. आप समाज के पथप्रदर्शक बनें और अपने अच्छे काम को जारी रखें, जिससे कि आने वाली पीढ़ियां आपके गुण और जोश का अनुसरण करे. एनसीसी (NCC) कैंप वास्तव में हमारे देश की एक छोटी सी दुनिया है, जिसमें हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के कैडेटों का प्रतिनिधित्व है.
अपने संबोधित वक्तव्य में अरविंद केजरीवाल ने एनसीसी को 75 वर्ष पूरे करने पर बधाई देते हुए कहा कि एनसीसी की इस यात्रा का हर कदम समृद्ध विरासत और परंपरा से ओत-प्रोत रहा है. एनसीसी ने हमारे देश के साथ-साथ खुद को विकसित और रूपांतरित किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि एनसीसी (NCC) का अनुशासन, साहस और भाईचारा की भावना हमेशा समाज को बेहतर बनाता है. हमारे देश को एनसीसी से सीख लेनी चाहिए. हमारे समाज में आज इन मूल्यों की बहुत जरूरत है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एनसीसी (NCC) हमारे समाज को अनुशासित बनाती है. साथ ही समाज में फैले द्वेष से भी इसके मूल्यों के पालन से छुटकारा मिलेगी.
ये भी पढ़ें: ज्यादा ठंड में बढ़ सकता है अस्थमा और हार्ट अटैक का खतरा, ऐसे रखें अपनों का ख्याल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एनसीसी (NCC) ने कोरोना काल के दौरान जो निस्वार्थ सेवाएं दी हैं, उन्हें भूला नहीं जा सकता. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि एनसीसी के आदर्शों को हमेशा याद रखें. चाहे आप कोई भी रास्ता अपनाएं. मैं ऐसा इसलिए कहता हूं, क्योंकि एक नागरिक के रूप में हमें हमेशा 'राष्ट्र प्रथम' की विचारधारा में विश्वास करना चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार और प्रतिबद्ध होना चाहिए.
एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर हर साल दिल्ली कैंट स्थित करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित किया जाता है. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कैडेट्स शिविर में भाग लेते हैं. इसके अलावा, मित्र देशों (अर्जेंटीना, ब्राजील, फिजी, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, मंगोलिया, मॉरीशस, मालदीव, मोजाम्बिक, नेपाल, न्यूजीलैंड, रूस, सेशेल्स, सूडान, ताजिकिस्तान, यूके, यूएसए, उज्बेकिस्तान और वियतनाम) से 32 अधिकारी और 166 कैडेट एनसीसी के अतिथि के रूप में 15 से 29 जनवरी तक गणतंत्र दिवस शिविर में शामिल होते हैं.