नई दिल्लीः देश के मिडिल क्लास के लोगों को भी मोदी सरकार की सविधा का लाभ मिलने वाला है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को विस्तार देने का विचार कर रही है. सूत्रों से ऐसी जानकारी है कि मिडिल क्लास के लाभार्थियों को मामूली प्रीमियम के तहत इस योजना का लाभ दिया जा सकता है. 


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आधिकारिक सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार की इस योजना के तहत उन सभी लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा, जो न तो अमीर हैं और न ही गरीब हैं. उन्हें इस स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कवर करने का विचार किया जा रहा है. अभी इस योजना के तहत उन लोगों को लाभ दिया जा रहा है जो गरीब और कमजोर वर्ग से संबध रखते हैं. 


स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में कुछ बदलाव करने पर सोच रही है. पीएम मोदी ने साल 2018 में इस योजना को लॉन्च किया था. जिसके तहत 10.74 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है. 


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देश में ऐसे भी लोग हैं जो प्रति वर्ष 1,00,000 कमाते हैं और ऐसे भी जो 10,00,000 रुपये सालाना कमाते हैं. इससे बाद वातो बाद वाला अधिक कमा सकता है, लेकिन वह सभी मेडिकल खर्चों को वहन करने में सक्षम नहीं होता. इसलिए हमें इस योजना के लाभार्थियों की सूची को विस्तार करने की जरूरत है. इस योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. इस योजना को लेकर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. क्योंकि देश में मिडिल क्लास फैमिली काफी तादात में है. 


देश के करीब 28,000 अस्पताल केंद्र की इस योजना के अंतर्गत आते हैं. अपनी विस्तार योजना के तहत सरकार ने और ज्यादा प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को इस पैनल में लाना शुरू कर दिया है. ताकि बिना कैश के इलाज मुहैया कराया जा सके. अभी आबादी का बड़ा हिस्सा आयुष्मान भारत योजना के तहत नहीं आता है. उसके लिए प्राइवेट बीमा खरीदना आसान नहीं है. अगर सरकार उनके लिए यह योजना लाने के बारे में सोच रही है तो यह काफी अच्छा कदम हो सकता है. इसके जरिए उन सभी लोगों तक इलाज की सुविधा पहुचेंगी, जिन्हें इसकी ज्यादा जरूरत है.