दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके के झंगोला गांव में दो परिवारों ने सिख धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाया. धर्म परिवर्तन का यह सिलसिला लंबे अरसे से झंगोला गांव में चल रहा है, जिसमें क्रिश्चियन समाज के लोग नाम चर्चा करते हैं और सिख धर्म के गरीब सरदारों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं.
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Delhi Crime News: दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके के झंगोला गांव में दो परिवारों ने सिख धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाया. धर्म परिवर्तन का यह सिलसिला लंबे अरसे से झंगोला गांव में चल रहा है, जिसमें क्रिश्चियन समाज के लोग नाम चर्चा करते हैं और सिख धर्म के गरीब सरदारों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने बैठक कर शरीक धर्म के लोगों को भी हिदायत दी, जिन्होंने धर्म परिवर्तन किया है, उन लोगों का दाना पानी सिख धर्म से गिरता हैं. कोई भी उन्हें न तो खाना देगा और न ही पानी नहीं. वह लोग अब गुरुद्वारे में आकर गुरु अरदास नहीं कर सकेंगे.
बाहरी दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके के झंगोला गांव में उस वक्त हंगामा हो गया, जब एक घर के अंदर क्रिश्चियन समाज के कुछ लोग फास्टर गरीब सरदार सिख समुदाय के लोगों के साथ नाम चर्चा करते पाए गए. धर्म परिवर्तन के इस खेल को रोकने के लिए सिख समुदाय के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. गुरुद्वारा के ग्रंथि जोगिंदर सिंह ने बताया कि सिख समुदाय को क्रिश्चियन समाज की तरफ आकर्षित करने के लिए चर्च मिशन की तरफ से पास्टर व पादरी क्रिश्चियन धर्म अपनाने के लिए सीधे-साधे भोले भाले और गरीब सरदारों को पैसों का रोजगार का लालच देते हैं. साथ ही कहते हैं कि क्रिश्चियन धर्म में इतनी पावर है कि मुर्दे को भी जिंदा कर देती है. यदि सरदार अपना सिख धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपनाते हैं तो उनके घर पर भूत प्रेत जैसे समस्या भी दूर होंगे, रोजगार बढ़ेगा, पैसे की वृद्धि होगी. जिसके बहकावे में आकर सरदार सिख धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपना रहे हैं.
झंगोला गांव के गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कुछ पदाधिकारी ने बताया कि जिन लोगों ने सिख धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपना लिया है. अब उन लोगों का हुक्का पानी गेरा जा चुका है. अब उन्हें सिख समुदाय की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई सुविधा या मदद नहीं मिलेगी. साथ ही किराने की दुकानों पर भी पंपलेट चस्पा कर दिए गए हैं कि कोई भी दुकानदार क्रिश्चियन धर्म अपनाने वाले परिवार को अपनी दुकान से खाने पीने का सामान नहीं देगा. साथी गुरुद्वारे से पानी भी पीने के लिए नहीं दिया जाएगा. गुरुद्वारे में अब क्रिश्चियन धर्म अपनाने वाले सरदारों को घुसने की अनुमति भी नहीं है. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने बताया कि जिस धर्म को बचाने के लिए गुरु गोविंद साहब ने अपनी शहीद हुए और उनके शहीदी दिवस के दिनों के बीच जिन सरदारों ने सिख धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपनाया है, उन्हें कभी भी सिख समाज माफ नहीं करेगा.
इस गांव में जब चर्च मिशन की तरफ से एक घर में क्रिश्चियन समाज के लोग पास्टर पादरी पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया. क्योंकि झंगोला गांव में सिर्फ सिख समुदाय की लोग ही रहते हैं. इस बात की सूचना मिलने पर अलीपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंची और बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए CRPF जवानों बुलाया गया. करीब 150 पुलिसकर्मियों ने घर में बंद चर्च मिशन से आए लोगों को अपने हिरासत में लेकर अलीपुर थाना लेकर पहुंची. जहां दोनों ही धर्म के लोगो के बीच लिखित में समझौता हुआ कि अब झंगोला गांव में कोई भी क्रिश्चियन धर्म से नाम चर्चा लेने के करने के लिए नहीं पहुंचेगा. अगर ऐसा होता है तो सिख समुदाय के लोग अपने धर्म को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
फिलहाल आपको बता दें जिस धर्म को बचाने के लिए सिख समुदाय के लोग पाकिस्तान से हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली में पहुंचे और झंगोला गांव में एक अपना अलग वर्चस्व बनाया. आज इस सिख समुदाय के लोग आखिर क्यों धर्म परिवर्तन कर रहे हैं यह जांच का विषय है. मगर काफी हंगामा के बाद फिलहाल झंगोला गांव का माहौल शांत है और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से बैठक कर लगातार लोगों को अपील की जा रही है कि सिख धर्म को छोड़कर किसी अन्य धर्म में न जाए.
Input: नसीम अहमद