Gurugram News: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 13 जुलाई 2023 को हरियाणा के गुरुग्राम में NFTs, AI और Metaverse के युग में अपराध और सुरक्षा पर G20 सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे. गृह मंत्री भारत के 7 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से Cyber Volunteers Squads को हरी झंडी दिखाएंगे. ये विशेष रूप से चुने गए वॉलंटियर्स समाज में साइबर जागरूकता पैदा करने, नुकसानदायक सामग्री की पहचान और उसकी शिकायत करने और समाज को साइबर सुरक्षित बनाने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने का काम करेंगे. सम्मेलन के दौरान अमित शाह एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे और Conference Medallion का विमोचन भी करेंगे. 13 और 14 जुलाई को होने वाले इस दो दिवसीय सम्मेलन में G20 देशों, 9 विशेष आमंत्रित देशों, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं, प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी लोगों, भारत और दुनियाभर के डोमेन विशेषज्ञों सहित 900 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे.


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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में साइबर सुरक्षित भारत का निर्माण गृह मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. सम्मेलन का उद्देश्य एक सुरक्षित साइबर स्पेस बनाने और साइबर सुरक्षा से संबंधित चिंताओं को प्राथमिकता देने के लिए वैश्विक साझेदारी बनाना है. सम्मेलन के दौरान चर्चा साइबर सुरक्षा और Non Fungible Tokens (NFTs), Artificial Intelligence (AI) और Metaverse जैसी नई और उभरती तकनीकों के संबंध में साइबर अपराध का मुकाबला करने के उपाय ढूंढने पर केंद्रित होगी.


साइबर सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा संबंधी मामलों का एक अनिवार्य पहलू बन गई है, जिस पर इसके आर्थिक और जियोपॉलिटिकल जटिलताओं के कारण पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता है. G20 मंच पर साइबर सुरक्षा पर अधिक फोकस, सूचना के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और डिजिटल पब्लिक प्लेटफार्मों की सुरक्षा और अभेद्यता सुनिश्चित करने में सकारात्मक योगदान दे सकता है. G20 मंच पर साइबर सुरक्षा और साइबर अपराधों की रोकथाम पर विचार-विमर्श से सूचनाओं को साझा करने में भी मदद मिलेगी.


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NFTs, AI और Metaverse के युग में अपराध और सुरक्षा पर G20 सम्मेलन, नए विचारों और जानकारी के आदान-प्रदान और दुनियाभर के दूरदर्शी लोगों के साथ नेटवर्किंग के लिए एक मंच प्रदान करेगा. इस सम्मेलन में कानूनी क्षेत्र, शिक्षा जगत, प्रशिक्षण संस्थानों, वित्तीय संस्थानों, फिनटेक, सोशल मीडिया संस्थाओं, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, साइबर फॉरेंसिक, नियामकों, स्टार्टअप, ओवर द टॉप (OTT) सेवा प्रदाताओं, ई-कॉमर्स कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले विश्वस्तरीय साइबर विशेषज्ञ और अतिथि वक्ताओं सहित कई अन्य लोग भी भाग लेंगे. सम्मेलन में सभी केन्द्रीय मंत्रालयों, संगठनों और एजेंसियों के प्रतिनिधि और सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, प्रशासक और पुलिस महानिदेशक भी भाग लेंगे.


सम्मेलन 13 जुलाई 2023 को प्लेनरी सत्र के साथ शुरू होगा और उसके बाद उद्घाटन सत्र होगा. दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान निम्नलिखित विषयों पर 6 तकनीकी सत्र होंगे:-
1. इंटरनेट गवर्नेंस- National Responsibility and Global Commons
2. डिजिटलीकरण के अभूतपूर्व पैमाने के बीच DPI को सुरक्षित बनाना: डिजाइन, वास्तुकला, नीतियां और तैयारियां
3. Extended Reality, Metaverse and Future of Digital Ownership - कानूनी और नियामक ढांचा
4. AI: चुनौतियाँ, अवसर और जिम्मेदार उपयोग
5. Connecting the Dots: क्रिप्टो करेंसी और डार्कनेट की चुनौतियाँ
6. ICT का आपराधिक उपयोग: अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक रूपरेखा विकसित करना


सम्मेलन के दौरान 6 तकनीकी सत्र और ICT क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों/उद्योगों द्वारा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उत्पादों और सेवाओं की एक प्रदर्शनी भी आयोजित होगी. केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव 14 जुलाई को सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे.


सम्मेलन का आयोजन केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), विदेश मंत्रालय (MEA), राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS), दूरसंचार विभाग (DoT) और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के अलावा Interpol और ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) के साथ मिलकर किया जा रहा है. सम्मेलन के अन्य भागीदारों में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU), राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU), डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (DSCI), नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU), बेंगलुरु और अमृता विश्व विद्यापीठम शामिल हैं.