Babyfeeding Room: कैथल: छोटे बच्चों को साथ लेकर यात्रा करने वाली महिलाओं को अक्सर बस स्टैंड पर परेशानी का सामना करना पड़ता है. एकांत स्थान न होने के कारण मजबूरी में बच्चें भूखे रह जाते हैं और अगर सार्वजनिक जगह पर महिलाएं इसी वजह से अपने बच्चों को दूध पिलाते हुए झिझकती हैं. हरियाणा के 22 जिले में सिर्फ एक ही जिले के बस स्टैंड पर बेबी फिडिंग रूम बना हुआ है. 


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हरियाणा रोडवेज विभाग से महिलाओं ने की अपील
इसी को देखते हुए हरियाणा रोडवेज विभाग को बस स्टैंड पर एक ऐसा रूम या कैबिन बनवाना चाहिए जहां पर महिलाएं अपने बच्चों को बिना किसी झिझक अपने बच्चों को स्तनपान करवा सके. 


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कैथल बस स्टैंड पर महिलाएं अपने बच्चों को सार्वजनिक जगह पर दूध पिलाने पर मजबूर
गौरतलब है कि बस स्टैंड या किसी भी पब्लिक जगह पर हर रोज हजारों की संख्या में यात्री दिनभर में आते हैं. वहीं बता दें कि कैथल डिपो और बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों में ज्यादातर महिलाएं होती हैं, जो अपने छोटे बच्चों को साथ लिए होती हैं. कई बार बसों के इंतजार में महिलाओं को बस स्टैंड परिसर में बैठना पड़ता है. इस दौरान छोटे बच्चे भूख के मारे रोने लगते हैं, जिन्हें महिलाओं को सार्वजनिक जगह पर दूध पिलाना पड़ता है.
 
हरियाणा के जिंद बस स्टैंड पर बना बेबी फीडिंग रूम 
ऐसे में सार्वजनिक जगह पर महिलाएं हिचक महसूस करती हैं. महिलाओं की इस समस्या के निवारण के लिए हरियाणा रोडवेज विभाग को एक रूम या कैबिन की व्यवस्था करनी चाहिए, जिसमें महिलाएं अपने छोटे बच्चों को आसानी से दूध पिला सके. आपको बता दे कि पूरे हरियाणा में किसी भी बस स्टैंड पर बेबी फीड रूम नहीं है. वहीं हरियाणा के सिर्फ जिंद जिला एकमात्र ऐसा जिला है, जहां बस स्टैंड पर ही बेबी फीड रूम बनाया गया है. 


Input: विपिन शर्मा