Palwal Crime: बांग्लादेश से मार्केटिंग और सेल्समैन की नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लाई गई युवती को मानव तस्करी से जुड़े लोगों ने देह व्यापार (Prostitution) के धंधे में धकेल दिया. युवती ने इस धंधे से निकलने के लिए पलवल के एक युवक से प्यार हो जाने के बाद उससे शादी कर ली. शादी करने के बाद युवती अपने प्रेमी के साथ जिला अदालत में सुरक्षा की मांग करने गई थी. जहां माननीय जिला एवं सेशन जज ने जांच के आदेश दिए. जिसके बाद पलवल सीडब्ल्यूसी, एएचटीयू और लोकल पुलिस जांच में जुटी गई हैं. मामले के तार बहुत बड़े सेक्स स्कैंडल (Sex Scandal) और मानव तस्करी (Human Trafficking) से जुड़े हुए हैं. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश से लाई गई युवती का धर्म परिवर्तन कर उसकी दो बार आईडी भी बनवाई गई. इस समय लड़की के हाथों में दिल्ली का बना हुआ आधार कार्ड था, लेकिन उसके पास बांग्लादेश का पासपोर्ट और भरतीय वीजा नहीं मिला.


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मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को पलवल जिला अदालत में एक प्रेमी जोड़े ने पुलिस सुरक्षा की गुहार करते हुए एप्लीकेशन लगाई थी. जिसमें युवक पलवल जिले के गांव का रहने वाला है और उसकी पत्नी बांग्लादेश की रहने वाली है. अदालत के द्वारा विदेशी महिला से पासपोर्ट और वीजा आदि की मांग करने पर वह वैद्य कागजात नहीं दिखा पाई. जिस पर अदालत ने स्टेट क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पलवल, सीडब्ल्यूसी और लोकल पुलिस को मामले की गहनता के साथ जांच करने के आदेश दे दिए.


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सीडब्ल्यूसी पलवल एएचटीयू और लोकल पुलिस की पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि वह बांग्लादेश से 28 फरवरी की रात को नदी के रास्ते बांग्लादेश के बॉर्डर पार करते हुए दिल्ली पहुंची. उसने बताया कि पहले वह सियालदह रेलवे स्टेशन और फिर वहां से दिल्ली पहुंची थी. जहां पर उससे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था. उसे एक कमरा देकर खाना पानी दिया जा रहा था और कस्टमर की कॉल आने पर कस्टमर की सैक्स पूर्ति के लिए भेज दिया जाता था. ये काम उससे दिन और रात कभी भी कराया जाता था. 


किसी तरह से पलवल के युवक से संपर्क में आने के बाद वह पलवल पहुंची थी. लगभग 20 से 22 वर्षीय महिला ने बताया कि उसे बांग्लादेश से भारत में सेल्स वूमेन की नौकरी देने के बहाने भारत में लाया गया था. यहां पर उसे देह व्यापार करने वाले लोगों के हाथों में सौंप दिया गया. जहां पर वह पिछले करीब 3 महीने से फंसी हुई थी, जहां उसे रोजाना होटलों में देह व्यापार के लिए भेजा जाता था. पीड़िता युवती और उसके साथ जिला अदालत पहुंचे युवक ने बताया कि उसे दिल्ली से देह व्यापार के लिए बल्लभगढ़ के होटलों में भी भेजा जाता था. जिसके लिए कस्टमर से एक नाइट के चार से पांच हजार रुपये वसूले जाते थे. देहव्यापार के धंधे में फंसी युवती किसी तरह वहां से निकलना चाहती थी. जिसके लिए उसने पलवल के युवक से दिल्ली के एक मंदिर में शादी कर ली और शादी के बाद दोनों ने पलवल जिला अदालत में सुरक्षा के लिए गुहार लगाई थी. जिस पर अदालत ने इस मामले को बेहद काफी संगीन मानते हुए जांच के आदेश दिए. जिसमें सीडब्ल्यूसी, एएचटीयू और स्थानीय पुलिस जांच में जुट गई है.


बता दें कि मानव तस्करी और देह व्यापार के इस मामले में शक्ति वाहिनी नामक एनजीओ की मदद ली जा रही है. जो बांग्लादेशियों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में काम करती है. शक्ति वाहनी के क्षेत्रीय पदाधिकारी ऋषिकांत ने बताया कि विदेशों से ह्यूमन ट्रैफिकिंग और देह व्यापार के मामलों की एमआईए द्वारा जांच की जाती है. जिस समय उसे बांग्लादेश से भारत लाया गया था, उस समय 13-14 लड़कियां आई थी. इनमें से ज्यादातर लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया गया. इससे बड़ा अपराध नागरिकता का है. बांग्लादेश से बहुत बड़े स्कैंडल के चलते लोगों को इंडिया में भेजा जाता है. यह बहुत सोची समझी साजिश के तहत हो रहा है जिसकी एनआईए के द्वारा जांच होनी चाहिए.
 
Input: Rushtam Jakhar