भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेस कैसे जीतेगी, बोले- विधानसभा भी जीतेंगे
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भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेस कैसे जीतेगी, बोले- विधानसभा भी जीतेंगे

हरियाणा कांग्रेस में फिर से हुई बंपर ज्वाइनिंग हो गई है. कांग्रेस में आज , अन्य दलों के 28 नेता शामिल हुए है. जेजेपी की राष्ट्रीय सचिव अनीता यादव और अटेली से उम्मीदवार रहे सम्राट यादव ने भी कांग्रेस का दामन थामा है. 

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेस कैसे जीतेगी, बोले- विधानसभा भी जीतेंगे

विनोद लांबा/चंडीगढ़ः हरियाणा उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने JJP-BJP और इनेलो में तगड़ी सेंध लगा दी है. कांग्रेस ने आज तीन बार की विधायक और सीपीएस रहीं अनीता यादव और उनके बेटे व अटेली से जेजेपी के उम्मीदवार रहे सम्राट यादव समेत साढ़ोरा और रादौर से JJP, BJP और इनेलो के कुल 28 नेताओं को पार्टी जॉइन कराई. अनीता यादव जेजेपी की राष्ट्रीय सचिव थीं. पार्टी विरोधी गतिविधियों से नाराज जेजेपी ने 3 अक्टूबर को मां-बेटे को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. दोनों ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस जॉइन की.

इससे उत्साहित हुड्डा ने कहा कि लगातार कांग्रेस का कुनबा बढ़ता जा रहा है. अलग-अलग पार्टियों के नेता, कार्यकर्ता, पूर्व विधायक व मंत्री स्तर के लोग कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. उपचुनाव वाले हल्के आदमपुर से भी दर्जनों नेता सत्ताधारी बीजेपी-जेजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. इससे स्पष्ट है कि उपचुनाव में कांग्रेस की जीत तय है और प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी.

इससे पहले कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में नेता प्रतिपक्ष हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष चौ. उदयभान, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कार्यकारी अध्यक्ष, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, सभी प्रकोष्ठों के प्रमुख, फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशंस के प्रमुख, डेलीगेट्स और वरिष्ठ नेता शामिल हुए. इसमें उपचुनाव पर विस्तार से चर्चा कर सभी नेता व कार्यकर्ताओं की आदमपुर में जिम्मेदारियां निर्धारित की गई.

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इसके बारे में बताते हुए चौधरी उदयभान ने कहा कि गांव से लेकर बूथ स्तर पर कांग्रेस ने अपनी फौज उतार दी है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हाई जोश देखकर उम्मीद की जा सकती है कि इस चुनाव में पार्टी बड़ी जीत दर्ज करेगी. कुलदीप बिश्नोई ने हलके की जनता के साथ जो धोखा किया है, उसका बदला जनता वोट की चोट से लेगी. आदमपुर शुरुआत से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है और भविष्य में भी कांग्रेस का गढ़ रहेगा, जिस तरह अब तक दो उपचुनाव में सरकार ने मुंह की खाई है, उसी तरह आदमपुर में भी सरकार को हार का मुंह देखना पड़ेगा.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस पूरी तरह चुनाव में जुड़ चुकी है. कोआर्डिनेशन के लिए एक नहीं बल्कि बाकायदा तीन कार्यालय बनाए जाएंगे. आदमपुर मंडी, हिसार और बालसमंद में पार्टी के तीन कार्यालय बनाकर इलेक्शन कॉर्डिनेशन का कार्य किया जाएगा. आज बैठक में हलका, हर गांव और पार्टी कार्यालयों के प्रभारियों को नियुक्त कर दिया गया. साथ ही जिस नेता की ड्यूटी जिस गांव में लगाई गई है, वह वहीं पर रहेंगे,.

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गठबंधन सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है. महंगाई, बेरोजगारी, अपराध व भ्रष्टाचार चरम पर है. आलम यह है कि इस सरकार में कोई कार्य बिना रिश्वतखोरी के नहीं होता. सरकार से किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी, दलित, पिछड़ा, जवान, बुजुर्ग और विद्यार्थी समेत हर वर्ग परेशान है. सरकार ने बच्चों के स्कूल और बुजुर्गों की पेंशन बंद कर दी.

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उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल, 2021 को प्रदेश में 33,67,571 पेंशनधारक थे. लेकिन 31 मार्च 2022 तक इनकी संख्या घटकर 28,75,561 हो गई यानी 1 साल के भीतर इस सरकार ने 4,92,010 बुजुर्गों की पेंशन काट दी. बुजुर्गों के साथ-साथ इस सरकार ने विकलांग स्कूली बच्चों की पेंशन पर भी कैंची चलाने का अन्याय किया. किसानों की हालत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज मंडियों में किसानों की दुर्गति हो रही है. ना मंडियों में सुचारू रूप से धान व बाजरे की खरीद की जा रही, ना उठान और भुगतान हो रहा है. पिछले कई सीजन से किसान मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं. उन्हें ना मुआवजा मिल रहा और ना ही फसलों की एमएसपी मिल रही.

हुड्डा ने कहा कि यह सरकार बिना कुछ किए व्यस्त दिखने और चार्वाक की नीति पर आगे बढ़ रही है. 8 साल के कार्यकाल में इस सरकार के दौरान प्रदेश में ना कोई रेलवे लाइन आई, ना ही कोई मेट्रो परियोजना, ना ही कोई बड़ा शिक्षण संस्थान, ना कोई चिकित्सा संस्थान, ना कोई पावर प्लांट, ना कोई बड़ा उद्योग और ना ही कोई परियोजना.

उन्होंने कहा कि बावजूद इसके इस सरकार ने प्रदेश को कर्ज में डुबो दिया. आज हरियाणा पर साढ़े 3 लाख करोड रुपए का कर्ज है. सरकार के पास बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है. सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट के जरिए सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने का काम कर रही है.