Breast Cancer Awareness Month 2022: ब्रेस्ट में होने वाले इन 5 बदलावों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी
Breast Cancer Awareness Month: हर साल अक्टूबर महीने को ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी देकर, जागरुक करना है.
Breast Cancer Awareness Month 2022: अक्टूबर महीने को 'Breast Cancer Awareness Month' के रूप में मनाया जाता है. कैंसर बेहद खतरनाक बीमारी है, जिसकी वजह से लोगों की मौत भी हो सकती है. पिछले कुछ सालों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं, जिसके प्रति लोगों को जागरूक करने हर साल अक्टूबर महीने को 'ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ' के रूप में मनाया जाता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण के बारे में जानकारी लेकर आए हैं.
Breast Cancer क्या है?
WHO के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है, हर साल कैंसर से होने वाली कुल मौतों में 15% मौतें केवल ब्रेस्ट कैंसर से होती हैं. ब्रेस्ट कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से विकसित होने की स्थिति को ब्रेस्ट कैंसर कहा जाता है. ब्रेस्ट कैंसर डक्ट्स की लाइनिंग सेल्स या फिर ब्रेस्ट के ग्लैंडुलर टिशू के लॉब्यूल में विकसित होते हैं. कुछ मामलों में कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे हिस्सों में भी पहुंच सकती हैं.
ब्रेस्ट कैंसर की स्टेज
स्टेज 0- इसमें कैंसर सेल्स ब्रेस्ट के डक्ट के बाहर नहीं फैलती.
स्टेज 1- इसमें ट्यूमर 2 सेंटीमीटर से अधिक चौड़ा नहीं होता है और लिम्फ नोड्स भी प्रभावित नहीं होते हैं, लेकिन कैंसर सेल्स बढ़ना शुरू हो जाती हैं.
स्टेज 2- इसमें ब्रेस्ट कैंसर बढ़कर अन्य हिस्सों तक फैलना शुरू कर देता है.
स्टेज 3- इस स्टेज में कैंसर हड्डियों और शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने लगता है.
स्टेज 4- इस स्टेज में कैंसर कोशिकाएं शरीर के किसी भी हिस्से जैसे- हड्डी, गुर्दे और दिमाग तक फैल सकती हैं. इसमें मरीज का बचना काफी मुश्किल होता है.
ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण
-ब्रेस्ट के आकार में परिवर्तन होना.
-ब्रेस्ट में लगातार दर्द होना.
-निप्पल से दूध के अलावा लिक्विड डिस्चार्ज होना.
-ब्रेस्ट में गांठ या लम्प बनना.
-निप्पल के आकार और रंग में बदलाव होना.
-ब्रेस्ट में दर्द और सूजन महसूस होना.
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के तरीके
-वजन को कंट्रोल में रखें.
-शराब और स्मोकिंग से परहेज करें.
-नियमित एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टीविटी करें.
-खाने में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों को शामिल करें.
-रोज 8 से 10 ग्लास पानी पिएं.
-ब्रेस्ट में किसी भी तरह का बदलाव या गांठ नजर आने पर डॉक्टर की सलाह लें.