Chandigarh News: हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा में ओडिशा हादसे पर जताया दुख. वहीं सरकार द्वारा किसानों को सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी न देने को लेकर उठाया यह सवाल.
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Chandigarh News: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि सरकार को मृतकों के परिवारों और पीड़ितों की मदद करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस हादसे की जांच भी होनी चाहिए. आखिर यह हादसा क्यों हुआ. उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा हादसा है, जिसमें तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं. अब सरकार को राहत कार्यों में तेजी लानी चाहिए.
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सूरजमुखी की फसल को लेकर चल रहे विवाद पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह फसल एमएसपी के अंतर्गत आती है तो इस फसल को भावांतर भरपाई योजना से जोड़ना ही गलत है, जो फसलें एमएसपी के तहत नहीं आती उन्हें ही भावांतर के साथ जोड़ा जा सकता है, लेकिन सरकार किसानों से ने तो फसल खरीदने के मूड में है और न ही उन्हें एमएसपी देने के मूड में है.
इसीलिए किसानों को भावांतर भरपाई के तहत पैसा देना चाहती है. इस समय एक किसान को सूरजमुखी की फसल 4000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचनी पड़ रही है, जबकि इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य 6400 रुपये है. अगर सरकार 1000 रुपये भावांतर भरपाई के तहत भी दे देती है, तब भी किसान को 1400 रुपये प्रति क्विंटल का घाटा हो रहा है.
सरकार द्वारा स्थिति पोर्टल दोबारा खोले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एचडी पोर्टल को दोबारा खोलने की जरूरत ही क्यों पड़ी. अगर सभी किसान पहली बार में अपना ब्योरा डाल पाते तो इसे दोबारा नहीं खोलना पड़ता, अगर सभी किसान पोर्टल पर अपना ब्योरा नहीं डाल पाएंगे तो क्या बार-बार यही प्रक्रिया दोहराई जाएगी. इससे मुआवजे मिलने में और ज्यादा देरी होगी.
उपचुनाव के लिए हम तैयार
अंबाला उपचुनाव के बारे में बात करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंबाला उप चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन चुनाव करवाना है या नहीं, यह फिलहाल सरकार के हाथ में है. अगर चुनाव होते हैं तो हम पूरी तरह से तैयार हैं.
खिलाड़ियों के लिए कही ये बात...
यह शर्म की बात है कि हमारे देश को गौरव दिलाने वाले पहलवानों की आज ये हालत है. पहलवानों को मजबूर होकर अपने मेडल गंगा में बहाने जैसी बातें करनी पड़ रही है. हम चाहते हैं कि सरकार इसकी जल्द से जल्द गंभीरता और निष्पक्षता के साथ जांच करें, ताकि सच सामने आ सके और खिलाड़ियों को न्याय मिल सके.
Input: Vijay Rana