कमरजीत सिंह/करनाल : पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह आज करनाल पहुंचे. इस दौरान भाजपा में रहने या पार्टी बदलने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा, मैंने 50 साल तक राजनीति की है. अब नए चेहरों को आगे आना चाहिए, जिन्हें देखकर लोग कह सकें कि हां ये लोग परिवर्तन लाएंगे. मेरे से अब आगे नहीं चला जाएगा. 


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कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले बीरेंद्र सिंह अब भाजपा में भी अच्छा सा महसूस नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा. मैं नए चेहरों को आगे लाऊंगा. वे  कांग्रेस पार्टी से हो सकते हैं, भाजपा से हो सकते हैं, निर्दलीय हो सकते हैं या किसी नई पार्टी से भी हो सकते हैं.


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हर प्रदेश का अपना एक अलग एजेंडा


आम आदमी पार्टी से जुड़े सवाल पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दिल्ली का एजेंडा अलग है और पंजाब के मुद्दे अलग हैं. ऐसे में दिल्ली का एजेंडा पंजाब में लागू नहीं हो सकता. आम आदमी पार्टी कह रही है कि हम दिल्ली के एजेंडे को पंजाब में लागू करेंगे पर ऐसा संभव नहीं है. जैसे गुजरात मॉडल को प्रधानमंत्री पूरे देश में लागू नहीं कर सकते, क्योंकि हर प्रदेश का अपना एक अलग एजेंडा होता है. ऐसे में हरियाणा में अभी कोई बड़ा परिवर्तन होता नजर नहीं आ रहा. 


जल्द खुलना चाहिए मूसेवाला की हत्या का राज 


पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हमारे देश में आतंकवाद खत्म हो चुका है. अब कुछ ग्रुप खड़े हो गए हैं, ऐसे में सिद्धू मुझसे वाला की हत्या का मामला पूरी तरह से उजागर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है, जो देश के लिए खतरा बन सकता है. 


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कुलदीप बिश्नोई को दी नसीहत 


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कुलदीप बिश्नोई के बारे में कहा कि राजनीतिक टिप्पणियां सोच समझकर करनी चाहिए। युवा हैं, अभी पूरी राजनीति का सफर तय करना बाकी है. जनता टिप्पणियों को अच्छा नहीं मानती. गरीबी 500 साल से चली आ रही है, दूर कैसे होगी इस पर समय-समय पर विचार होना चाहिए. दूसरा मुद्दा-शिक्षा शिक्षा में कैसे सुधार लाया जाए और हर व्यक्ति को कैसे शिक्षित किया जाए, इस पर विचार होना चाहिए. एक मुद्दा है कृषि. किसानों की इनकम-एमएसपी कैसे बनी रहे, इन सभी का क्राइटेरिया तय होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम 23 मार्च 2023 को एक सम्मेलन हरियाणा में करने जा रहे हैं, जिसमें समस्याएं पुरानी होंगी पर उनका समाधान नए तरीके से कैसे हो सकता है, इसका प्रयास करेंगे.  


हुड्डा को बीजेपी ज्वाइन करने की दी थी सलाह 


चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से कहा था कि कांग्रेस जितनी भी बेरुखी करे, छोड़ना मत कांग्रेस. अगर कांग्रेस छोड़कर कहीं जाना हो तो बीजेपी में आ जाना, लेकिन अपनी पार्टी मत बनाना वरना हाल बंसीलाल, भजनलाल जैसा होगा. आज देखो उनके पास काफी विधायक हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस को कैप्चर  करने का प्रयास तो कर रहे हैं पर अगर वो जनता को कैप्चर करेंगे तो कांग्रेस कैप्चर होगी वरना नहीं.


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इस दौरान कभी कांग्रेस में रहे बीरेंद्र सिंह का दर्द छलक उठा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मेरे साथ जो किया वो कभी किसी के साथ नहीं हुआ, इसलिए कांग्रेस छोड़ दी. उन्होंने यह भी कहा, मैं काफी आउट स्पोकन हूं. बीजेपी में सीक्रेटिव रहना जरूरी है और यह मेरे बस की बात नहीं है, इसलिए पार्टी में ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती. 


गांधी परिवार को लेकर कही यह बात 


बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस में ऐसा फिलहाल कोई नेता नहीं, जो गांधी परिवार को रिप्लेस कर सके. बीरेंद्र सिंह ने सीएम मनोहर लाल को ईमानदार और शरीफ नेता बताया. साथ ही मुख्यमंत्री बनाने की इच्छा के बारे में पूछे जाने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सीएम बनने की कसक अंदर खत्म हो गई तो फिर साथ वाले लोग मेरा साथ छोड़ देंगे. बहरहाल  बीरेंद्र सिंह ने पार्टी छोड़ने के बारे में पूरे पत्ते खोले नहीं है, ऐसे में देखना होगा कि उनका आगे क्या स्टैंड रहता है.