नई दिल्ली: मंगलवार सुबह 5 बजे के करीब छत्तीसगढ़ पुलिस ने Zee News के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने की कोशिश की. इसके बाद से पूरा देश रोहित रंजन के साथ खड़ा हो गया है. सभी लोगों ने कांग्रेस और छत्तीसगढ़ पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लोगों का मानना है कि छत्तीसगढ़ पुलिस गुंडों की तरह रोहित रंजन के घर में घुसी, क्योंकि छत्तीसगढ़ पुलिस ने यूपी पुलिस को इंफोर्म नहीं किया था, जिससे यूपी पुलिस ने इस पर आपत्ति जताई और छत्तीसगढ़ पुलिस से वॉरंट मांगा. यूपी पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस के वर्दी में न होने पर भी सवाल उठाया.


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बता दिं कि मंगलवार सुबह 5 बजे के करीब 10 से 15 लोग Zee News के एंकर रोहित रंजन के घर पहुंचे थे. उन्होंने खुद को छत्तीसगढ़ पुलिस बताया, क्योंकि वे लोग बिना वर्दी के ही वहां पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने रोहित रंजन के साथ जबरदस्ती और बदतमीजी की. इस तरह की कार्रवाई से कांग्रेस फिर से सवालों के घेरे में आ गई है. वहीं देश की दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस और भूपेश बघेल की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 


इस बीच मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान एंकर रोहित रंजन के समर्थन में खड़े हो गए. इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र को कुचलना यह तो कांग्रेस के स्वभाव में प्रारंभ से है. कांग्रेसी जब-जब पावर में आते हैं तो कहर ढाते हैं. यही वह लोग हैं, जिन्होंने देश में आपातकाल लगाया था. न वकील, न अपील, न दलील कांग्रेस पहले भी यही करती थी और अब भी यही कर रही है. देश की जनता इस घटना को सामान्य रूप से नहीं लेगी.


इधर उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद एवं प्रसिद्ध कलाकार मनोज तिवारी ने जी न्यूज के पत्रकार रोहित रंजन के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया. मनोज तिवारी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम वह हमारी लीगल टीम इस मामले को लेकर आगे बढ़ेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपने आका राहुल गांधी को खुश करने के लिए पत्रकारों पर इस तरह की हमले कर रही है. उन्होंने कहा कि यह एक तरह की सोची समझी साजिश है.


कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी एंकर रोहित रंजन के समर्थन में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस संविधान के चौथे स्तंभ को दबाने का कार्य कर रही है. बिना मीडिया के लोकतंत्र नहीं रहता. उन्होंने कहा कि मीडिया का काम है नीतियां और कुनीतियां दिखाना, यदि कोई खबर चलाई गई है. अगर किसी को कोई आपत्ति है तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं. कांग्रेस का इतिहास ही लोकतंत्र को दबाने का रहा है, प्रेस को दबाने का रहा है. एमरजेंसी इसका एक बड़ा उदाहरण है.



वहीं सोनीपत की राई विधान सभा क्षेत्र से विधायक मोहनलाल कौशिक भी एंकर रोहित रंजन के सपोर्ट में खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि रोहित रंजन के परिवार और उसके बाद गिरफ्तारी का जो प्रयास छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा किया गया. उसकी वह निंदा करते हैं, क्योंकि उस दौरान वह पुलिस वर्दी में भी नहीं थे. साथ ही यूपी पुलिस भी उनके साथ नहीं थी. इस विषय पर जांच भी कराई जानी चाहिए.


इस मामले में बीजेपी (BJP) नेता तेजिंदर पाल बग्गा बोले कि ये काम पुलिस का नहीं गुंडों का होता है. रोहित रंजन के ऊपर राजनीति हो रही है. रोहित रंजन को छत्तीसगढ़ पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार करने की कोशिश की. सादी वर्दी में छत्तीसगढ़ पुलिस के 10-15 लोग सुबह 5 बजे गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित रोहित रंजन के घर पहुंचे. भूपेश बघेल की पुलिस ने रोहित रंजन के परिवार के साथ बदसलूकी की और तांडव मचाया.


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