छेड़छाड़ के केस में एचसीएस अधिकारी को फंसाने की साजिश का पर्दाफाश, कॉल रिकॉर्डिंग लीक
एचसीएस अधिकारी के खिलाफ साजिश रच रहे कर्मचारियों के खिलाफ पहले से पूर्व सीईओ के फर्जी हस्ताक्षर कर हाजिरी वेरीफाई करने का आरोप है. इस मामले की भी जांच चल रही है.
विपिन शर्मा/ कैथल : जिला परिषद कैथल के सीईओ व एचसीएस अधिकारी (HCS Officer) सुरेश राविश को उसके ही दफ्तर के कर्मचारी छेड़छाड़ के झूठे केस में फंसाने की साजिश रच रहे हैं. इसका खुलासा कॉल रिकॉर्डिंग लीक होने के बाद हुआ है.
रिकॉर्डिंग के मुताबिक सीईओ के दफ्तर में अच्छे औहदे पर काम करने वाला कर्मचारी फोन पर किसी जानकार से बातचीत कर रहा है. इस दौरान व्यक्ति कह रहा है कि फंसा दो किसी को. दफ्तर में लगवा दो किसी को छेड़छाड़ का केस. चाहे सीईओ हो, कोई भी हो, मुकदमा तुरंत दर्ज हो. केस दर्ज करवाने की बात पर दफ्तर का कर्मचारी हां में सहमति भी देता सुनाई दिया.
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दोनों व्यक्तियों की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद मामला सीईओ के संज्ञान में भी पहुंच चुका है. साजिश की वजह से सीईओ द्वारा एक्सटेंशन रोके जाने की आशंका है, क्योंकि जो व्यक्ति ऑडियो कॉल में है, उसकी उम्र 55 साल बताई जा रही है. 58 साल की सर्विस करने के लिए उसे एक्सटेंशन की जरूरत है. कर्मचारी को लग रहा है कि सीईओ सुरेश राविश उसकी एक्सटेंशन में बाधा बने हैं.
कर्मचारी की पत्नी कर चुकी है शिकायत
जिस कर्मचारी को महिला कर्मचारी के माध्यम से छेड़छाड़ का केस दर्ज करवाने की बात कही जा रही है, उसकी पत्नी सीईओ की शिकायत एससी/एसटी आयोग में भी दे चुकी है. कर्मचारी की पत्नी का आरोप है कि सीईओ द्वारा उनके पति को प्रताड़ित किया जा रहा है.
की जाएगी कार्रवाई
सीईओ जिला परिषद सुरेश राविश ने बताया कि दो कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई थी. दोनों ही ऑफिस के कर्मचारी है. महिला कांट्रेक्ट पर लगी हुई है. एडीसी की अध्यक्षता में कमेटी मामले की जांच की जा रही है. जहां तक छेड़छाड़ के मामले की बात है तो कोई कर्मचारी ऐसी गलत हरकत करेगा तो उसके खिलाफ जो कार्रवाई बनती है, वह करवाई जाएगी. अभी तक मेरी तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है.