Delhi Crime News: दिल्ली की दो नाबालिग लड़कियों का अपहरण कर लिया गया, उन्हें धोखे से आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में ले जाया गया और वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया, लेकिन मौका पाकर उनमें से एक लड़की भाग निकली और घिनौनी सच्चाई का खुलासा किया. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस मामले में 2 महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 


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बता दें कि आरोपियों के चंगुल से भागने के बाद नाबालिग लड़की ने पुलिस से संपर्क किया और उस पूरी घटना के बारे में बताया जो उसे कैद में झेलनी पड़ी. पुलिस ने मामले के सिलसिले में 26 वर्षीय नूरजहां, 60 वर्षीय रंगपल्ली उर्फ ज्योति, 35 वर्षीय जहांगीर उर्फ काना और 38 वर्षीय अलाउद्दीन को गिरफ्तार किया है.


शाहदरा पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने दो युवा पीड़ितों की दुर्दशा के परेशान करने वाले विवरण का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि लड़कियों में से एक के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया था. पीड़िता ने खुलासा किया कि नूरजहां जो आरोपी जहांगीर की पत्‍नी है. वह अक्सर उनके घर आती थी और लड़की की मां को उसकी बेटी को शहर से बाहर काम करने की अनुमति देने के लिए मनाती थी. जहांगीर जिसका सीमापुरी इलाके में आपराधिक इतिहास है, दोनों लड़कियों को अनंतपुर ले गया, जहां उन्हें एक अन्य महिला को सौंप दिया गया. डीसीपी ने कहा कि अनंतपुर में पीड़ितों को कमरों में कैद कर रखा गया और उनकी इच्छा के विरुद्ध अवैध गतिविधियों में शामिल किया गया. 


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हालांकि पीड़ित लड़कियों में से एक ने दृढ़ता से इन मांगों को मानने से इनकार कर दिया. अपने अपहरणकर्ताओं का बहादुरी से विरोध किया और लगातार अलार्म बजाती रही. डीसीपी ने कहा कि फिर एक दिन वहां से भागने में कामयाब रही. दिल्ली वापस आ गई जहां उसने अपने माता-पिता को अपने दर्दनाक वारदात के बारे में बताया. पुलिस ने बताया कि मामले के बारे में जानने के बाद पीड़ित के माता-पिता ने पुलिस से मदद मांगने में कोई समय बर्बाद नहीं किया. जिसके बाद आपराधिक धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई.


डीसीपी ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम को इकट्ठा किया गया. जहांगीर का आपराधिक इतिहास बहुत बड़ा है, वह 28 मामलों में शामिल रहा है और उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया जा चुका है. 23 अगस्त को एक त्वरित ऑपरेशन में पुलिस ने सबसे पहले नूरजहां के आवास पर छापा मारा और उसे सफलतापूर्वक पकड़ा. 


अधिकारी ने कहा कि इसके साथ ही एक अन्य टीम को अनंतपुर भेजा गया, जहां से पीड़ित लड़की की सहेली को बचाया, जिसे वेश्यावृत्ति में धकेला जा चुका था. उन्होंने बताया कि कई महीनों तक पुलिस ने लगातार छापेमारी की और आखिर में इसमें शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली.