Delhi News: दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी समस्याओं वाले रोगियों में 15 प्रतिशत की वृद्धि
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर के बीच बुधवार सुबह लोक निर्माण विभाग ( पीडब्ल्यूडी ) के वाहनों ने प्रदूषण के प्रभाव को सीमित करने के लिए पानी का छिड़काव किया.
Delhi Air Pollution: दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर के बीच बुधवार सुबह लोक निर्माण विभाग ( पीडब्ल्यूडी ) के वाहनों ने प्रदूषण के प्रभाव को सीमित करने के लिए पानी का छिड़काव किया. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दैनिक आधार पर पहचान की गई सड़कों को साफ करने की योजना बनाई है. सड़कों की सफाई में धूल प्रदूषण को कम करने के लिए मैकेनिकल या वैक्यूम स्वीपिंग और सड़कों पर पानी का छिड़काव शामिल होगा.
एक्यूआई 300 पार
यह सीएक्यूएम द्वारा एनसीआर में स्टेज- II ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) लागू करने के बाद आया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पहले घोषणा की कि उत्तर भारत में जीआरएपी-II नियम लागू किए गए हैं क्योंकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 से अधिक हो गया है. दूसरे चरण के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान में पांच नई पहल शुरू की गई हैं. मंत्री ने कहा कि पार्किंग की लागत बढ़ाई जाएगी ताकि लोग आवागमन के लिए अपनी कारों का इस्तेमाल न करें.
ये भी पढ़ें: रोहिणी बम धमाके के बाद लाजपत नगर में सुरक्षा को लेकर अलर्ट पुलिस, की जा रही चैकिंग
प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ
इसका उद्देश्य धूल और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को और कम करना है. वायु गुणवत्ता को बहुत खराब श्रेणी में मापे जाने के बाद CAQM ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में GRAP-II को लागू करने का आदेश दिया था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं. इस बीच, बुधवार सुबह दिल्ली में घना कोहरा छाया रहा और AQI 354 दर्ज किया गया. डॉक्टरों ने कहा है कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी समस्याओं वाले रोगियों की संख्या में भी 15 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है.
Input: ANI