Cracker Ban in Delhi: अब दिल्ली में नहीं फोड़ पाएंगे पटाखे, जानिए क्यों लिया इतना बड़ा फैसला
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Cracker Ban in Delhi: अब दिल्ली में नहीं फोड़ पाएंगे पटाखे, जानिए क्यों लिया इतना बड़ा फैसला

Cracker Ban in Delhi : सर्दियों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार 15 सूत्री कार्य योजना (15 point action plan) की शुरुआत कर दी है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने 5 सितंबर को सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक की.

Cracker Ban in Delhi: अब दिल्ली में नहीं फोड़ पाएंगे पटाखे, जानिए क्यों लिया इतना बड़ा फैसला

Cracker Ban in Delhi : नई दिल्ली:  दिल्ली में अब पटाखे फोड़ने पर बैन लग गया है. सर्दियों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार 15 सूत्री कार्य योजना (15 point action plan) की शुरुआत कर दी है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने 5 सितंबर को सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक की. इस बैठक में पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, विकास विभाग दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड, सीपीडब्लूडी, डीडीए, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली पुलिस, डीटीसी, राजस्व विभाग, डीएसआईआईडीसी, शिक्षा विभाग, डीएमआरसी , पीडब्लूडी, ट्रांसपोर्ट विभाग, एनएचएआई, दिल्ली जल बोर्ड, एनडीएमसी के अधिकारी शामिल रहें. 

बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री ने बताया कि सभी विभागों को 15 फोकस बिंदु पर अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है. जिसके आधार पर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा.सभी विभागों को 7 सितंबर तक पर्यावरण विभाग को अपनी रिपोर्ट और सुझावों को सौंपने के निर्देश दिए गए है. विभाग को सौंपी गई रिपोर्ट में कुछ कमी मिलेगी तो उसकी रिवाइज्ड रिपोर्ट को 10 सितंबर तक दुबारा सौंपने के निर्देश दिए गए है. जिसके आधार पर 15 सितंबर तक पर्यावरण विभाग को विंटर एक्शन प्लान के  तहत कार्ययोजना सरकार को सौंपे जाने के निर्देश हैं.

कुछ दिन पहले पर्यावरण, डीपीसीसी विकास और वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की थी. जिसमें 15 फोकस बिंदु को चिंहित किया गया था. मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ आने वाले दिनों के लिए तैयारी शुरू कर दी है. इस साल विंटर एक्शन प्लान, पराली और कूड़ा जलाने, हॉस्टस्पॉट, स्मॉग टावर, जैसे 15 केंद्र बिदुंओं पर आधारित है.

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15 केंद्र बिंदु 

1. पराली प्रदूषण की समस्या को लेकर विकास एवं राजस्व विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है.
2. धूल प्रदूषण के लिए PWD, MCD, DCB, NDMC, DDA, CPWD, I & FC, DSIIDC, दिल्ली जल बोर्ड, DMRC और राजस्व विभाग को नोडल एजेंसी  बनाया गया है.
3.वाहनों से निकलने वाले प्रदुषक के लिए नोडल एजेंसी के तौर पर दिल्ली ट्रेफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, DSIIDC, DTC, DMRC, GAD को नियुक्त किया गया है.
4. खुले में कचरा जलाने से होने वाले प्रदूषण के लिए MCD, NDMC, DCB, विकास विभाग, I & FC, दिल्ली फायर सर्विस, DDA और GAD को नियुक्त किया गया है.
5.औद्योगिक प्रदूषण के लिए को नियुक्त किया गया है.राजस्व विभाग, DSIIDC और DPCC को नियुक्त किया गया है.

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6. ग्रीन वॉर रूम को बेहतर बनाने के लिए DPCC को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
7. ग्रीन दिल्ली एप्लीकेशन के लिए MCD को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
8. हॉटस्पॉट निगरानी के लिए MCD, DPCC, दिल्ली ट्रेफिक पुलिस, DDA, DSIIDC, को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
9. स्मॉग टॉवर के लिए DPCC, को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
10. ई-कचरा पार्क को पर्यावरण विभाग, DSIIDC और MCD को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
11. वृक्षारोपण  के लिए वन विभाग को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
12. ईको/ अर्बन फार्मिंग के लिए पर्यावरण विभाग को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
13. जनभागीदारी को बढ़ावा देना होगा.
14. पटाखों की रोक पर पर्यावरण विभाग और दिल्ली पुलिस को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है.
15. पड़ोसी राज्यों के साथ संयुक्त कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.