नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में AQI अभी भी बेहद खराब स्तर में बना हुआ है. आज दिल्ली का AQI 377 के पार है, जिससे लोगों को अभी भी सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दिवाली बीते महीने होने के बाद और पराली की समस्या लगभग खत्म होने के बाद भी दिल्ली में लगातार बढ़ता प्रदुषण सरकार के प्रबंधन पर सवाल खड़ा करता है. 


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द्वारका में AQI 385
राजधानी में बदतर हवा से लोगों का स्वास्थ्य काफी प्रभावित हो रहा है. दिल्ली के द्वारका इलाके में AQI 385 बताया जा रहा है, जिसकी वजह से इलाके के लोगों को सांस लेने में बड़ी समस्या हो रही है. साथ-साथ लोगों की आंखों में जलन होनी भी शुरू हो गई है. लोगों ने घर से बाहर निकलना भी कम कर दिया है. उनका कहना है कि बाहर निकलने पर सांस लेने में परेशानियां हो रही हैं और आंखों में जलन हो रही है. 


मुंडका का AQI 251 के पार 
राजधानी के मुंडका इलाके में भी हवा का स्तर काफी खराब स्थिती में बना हुआ है. मुंडका में  AQI 251 तक जा पहुंचा है, जिससे रहवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली से हरियाणा को जोड़ने वाली रोहतक हाईवे से सटे मुण्डका ,टिकरी बॉर्डर,  और नागलोई के इलाकों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. इस कारण रहवासियों के साथ-साथ यात्रियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही इलाके के आसपास की कॉलनियों में लोग सांस की बीमारियों से जूझ रहे हैं. 


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दावों से इतर जमीनी हकीकत
राजधानी में प्रदुषण कंट्रोल करने के सरकार द्वारा हजारों काम गिनाए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. प्रदूषण कम करने के लिए सड़कों पर जो जल छिड़काव करने का नियम है उसे भी पूरा नहीं किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि MCD Election से पहले दो-चार बार  गड़ियां जल छिड़काव के लिए आई थी, लेकिन उसके बाद अबतक इलाके में जल छिड़काव नहीं किया गया है. साथ ही प्रदुषण के मार को कम करने के लिए जो मेजो 250 एंटी स्मॉग गन दिल्ली के दिया गया था वो भी अक्सर सड़क किनारे खड़ा मिलता है.