Delhi Air Pollution: दिल्ली में बिगड़ती जा रही हवा की गुणवत्ता, जानें क्या आगले हफ्ते आएगा सुधार?
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Delhi Air Pollution: दिल्ली में बिगड़ती जा रही हवा की गुणवत्ता, जानें क्या आगले हफ्ते आएगा सुधार?

Delhi AQI Level Today: हवा की गुणवत्ता और खराब होने की संभावना है और सोमवार को दिन के अंत तक 'बहुत खराब' श्रेणी में देखी गई और  14 से 15 नवंबर के बीच हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचने की आशंका है. अगले छह दिनों का परिदृश्य निराशाजनक है और वायु गुणवत्ता 'गंभीर' से 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है.

Delhi Air Pollution: दिल्ली में बिगड़ती जा रही हवा की गुणवत्ता, जानें क्या आगले हफ्ते आएगा सुधार?

Delhi Air Pollution: दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के एक विश्‍लेषण से पता चला है कि पिछले साल की तुलना में दिवाली पर हवा में प्रदूषक सूक्ष्म कणों की मात्रा में काफी वृद्धि हुई है, जिसमें पीएम2.5 में 45 प्रतिशत और पीएम10 में 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

DPCC की रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी के लगभग सभी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों ने पिछले साल की तुलना में इस दिवाली पर प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ दर्ज किया. रविवार को शहर की वायु गुणवत्ता में 2022 की तुलना में 2023 में पीएम10 की औसत सांद्रता में 33 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. इसके विपरीत 2023 की तुलना में शहर की औसत पीएम10 सांद्रता में 42 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई. 2021 में स्तर देखा गया.

इसी तरह शहर में पिछले साल की तुलना में 2023 में पीएम2.5 की औसत सांद्रता में 45 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. इसके विपरीत 2021 में दर्ज किए गए स्तरों की तुलना में 2023 में शहर की औसत पीएम2.5 सांद्रता में 48 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई थी. दिवाली के दिन दिल्ली की 24 घंटे की औसत पीएम10 सांद्रता बढ़कर 430 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गई, जो पिछले साल वर्ष 322 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी. 2021 में यह 748 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था.

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24 घंटे की औसत पीएम2.5 सांद्रता 314 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गई, जबकि पिछले साल यह 217 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी. 2021 में यह 607 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था. रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी गैसीय प्रदूषक यानी अमोनिया, एसओ2, एनओ2, सीओ, ओ3 और बेंजीन राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानक (एनएएक्यूएस) के निर्धारित मानक के भीतर पाए गए.  डीपीसीसी डेटा के अनुसार कुछ अपवादों को छोड़कर, सभी स्थानों पर 2022 की तुलना में 2023 में पीएम10 और पीएम2.5 सांद्रता में वृद्धि देखी गई. 

डीपीसीसी ने यह दावा किया है कि हवा की गुणवत्ता और खराब होने की संभावना है और सोमवार को दिन के अंत तक 'बहुत खराब' श्रेणी में देखी गई और  14 से 15 नवंबर के बीच हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचने की आशंका है. अगले छह दिनों का परिदृश्य निराशाजनक है और वायु गुणवत्ता 'गंभीर' से 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है.