Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर से समन भेजा है. ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है. अरविंद केजरीवाल को ईडी के नोटिस पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काम कर रहे हैं वह सबके सामने है. आज जो भी मोदी सरकार से सवाल पूछता है उसको या तो सस्पेंड कर दिया जाता है या फिर उसको राजनैतिक रूप से खत्म करने के लिए गिरफ्तार करा दिया जाता है.


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राज्यसभा सांसद डॉक्टर संदीप पाठक ने आगे कहा कि इस देश में मोदी जी अगर सबसे ज्यादा किसी से डरते हैं तो वह अरविंद केजरीवाल  हैं. अरविंद केजरीवाल की राजनीति ने मोदी जी के दिल में डर पैदा कर दिया है. अरविंद केजरीवाल को राजनैतिक रूप से खत्म करने के लिए यह किसी भी हद तक जा सकते हैं. यह मामला पूरी तरह से फर्जी है. इस केस में कोई सच्चाई नहीं है. इतने दिनों तक इन्होंने जांच पड़ताल की लेकिन एक रुपया तक नहीं मिला. ईडी और सीबीआई के पास एक भी सबूत नहीं है.


संदीप पाठक ने आगे कहा कि मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह अगर मोदी की बात मान लें और भाजपा ज्वाइन कर लें तो आज ही उनको क्लीन चिट मिल जाएगी. उन्होंने कहा, अजीत पवार और छगन भुजबल पर भ्रष्टाचार के आरोप थे, लेकिन भाजपा में शामिल होते ही उनको क्लीन चिट मिल गई. यह देश का दुर्भाग्य है कि जो भी इनसे सवाल पूछता है उसको यह गिरफ्तार करा देते हैं. आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि किसी भी तरीके से देश को बचाया जाए.


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राज्यसभा सांसद डॉक्टर संदीप पाठक ने आगे कहा कि जैसा कि हम सबको पता है कि अरविंद केजरीवाल जी विपश्यना के लिए जा रहे हैं. उनके जाने को का शेड्यूल पहले से ही तय है. इससे पहले जो अरविंद केजरीवाल जी को नोटिस भेजा गया था. उसको लेकर हमने ईडी से कुछ लीगल सवाल पूछे थे, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. अरविंद केजरीवाल जी को भेजे गए नोटिस को हमारे वकील देख रहे हैं. विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करने का इनका षड्यंत्र बहुत पहले से चला आ रहा है. जो भी व्यक्ति इनसे सवाल पूछता है या इनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है उसका राजनीतिक कैरियर खत्म करने के लिए यह या तो उसे गिरफ्तार करा देते हैं या फिर सस्पेंड कर देते हैं.