Delhi News: प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली के अलावा वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक मुकेश शर्मा और अल्का लांबा, चत्तर सिंह व अनुज आत्रेय मौजूद थे. इस दौरान अरविन्दर लवली ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार का देश की राजधानी में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की सीधी जिम्मेदारी है.
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Delhi News: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नेशनल क्राईम रिकॉड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली पूरे देश में महिलाओं के प्रति अपराध में नम्बर एक पर पहुंच गई है, जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि अभी तक केन्द्र और दिल्ली सरकार की नाकामयाबियों की वजह से वायु प्रदूषण में दिल्लीवासी पूरे विश्व में सबसे खराब स्थिति का दंश झेल रहे थे और उससे पहले दिल्ली में लापरवाही की वजह से चाहे बाढ़ से परेशानी हो, चाहे यमुना नदी में छठ पूजा को न कर पाना हो, चाहे बदइंतजामी की स्थिति को झेलना पड़ रहा ह अभी हम इन समस्याओं से उबरे नही थे कि एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट में दिल्ली का महिलाओं के प्रति अपराधों में देश में सबसे पहले स्थान पर होने के आंकड़ों से दिल्ली कांग्रेस का मुखिया और दिल्लीवासी होने के नाते मेरा सर शर्म से झुक गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली के अलावा वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक मुकेश शर्मा और अल्का लांबा, चत्तर सिंह व अनुज आत्रेय मौजूद थे. इस दौरान अरविन्दर लवली ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार का देश की राजधानी में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की सीधी जिम्मेदारी है, जिसमें वो पूरी तरह नाकाम हैं. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में दिल्ली महिला अपराध में नम्बर वन होना बहुत ही शर्म की बात है, जबकि भाजपा महिला सुरक्षा का झूठा दावा करती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस में 13000 से अधिक पद खाली हैं, जिस कारण अपराध में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है. भाजपा केवल राजनीति करती है और अपनी सरकार व गृह मंत्री से सवाल करने से डरती है, तो कांग्रेस के लोग महिला सुरक्षा पर उनके साथ गृहमंत्री से मिलने के लिए चलने को तैयार है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल के लिए महिला सुरक्षा पर दिल्ली पुलिस आयुक्त से भी मिलने का समय मांगा गया है ताकि हम अपने अनुभव के अनुसार सुझाव उनको दे सकें.
अल्का लांबा ने कहा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था केन्द्र सरकार के आधीन होने के बावजूद केंद्रीय गृहमंत्री राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था के प्रति दिशाहीन साबित हुए है. दिल्ली में प्रतिदिन 3 बेटियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं, जिनके आहत परिवार के सदस्य उनकी जान की सुरक्षा के लिए अस्पतालों और न्याय के लिए पुलिस थानों और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों में 72.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2022 में महिलाओं के साथ 14158 मामले सामने आए, जिनमें अपहरण के 5585 मामले थे. इसी तरह बच्चों के साथ अपराध जहां 2020 में 5000 हुए थे, वहीं 2022 में 7000 पहुंच गए. इसी तरह के मामले 4000 की जगह बढ़कर 5000 हुए. हत्या के मामलों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उन्होंने केंद्रीय बाल विकास मंत्री की दिल्ली में महिलाओं के प्रति अपराधों पर चुप्पी पर सवाल उठाया.
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मुकेश शर्मा ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के होने वाले चार दिन के शीतकालीन सत्र में कानून व्यवस्था के मुद्दे उठाया जाना चाहिए, जिसकी कांग्रेस पार्टी मांग करती है. उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि 2014 के बाद किसी भी विधानसभा सत्र में राजधानी की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चर्चा नही हुई है, जबकि कांग्रेस शासन के हर सत्र में दिल्ली की कानून व्यवस्था पर चर्चा होती थी, जिसमें गंभीरता पर चर्चा के लिए पुलिस आयुक्त तक मौजूद रहते थे. उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष श्री अरविन्दर सिंह लवली के निर्देश पर दिल्ली में बढ़ते अपराध के संबध में कल दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष से मिलने जाऊंगा. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही चिंताजनक है कि दिल्ली विधानसभा में भाजपा विपक्ष में होने के बावजूद राजधानी में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चर्चा करने की मांग नहीं उठाती.
INPUT- Zee Media Bureau