क्राइम ब्रांच की टीम ने भेष बदलकर 1 महीने में 3 हजार किमी घूमकर 7 तस्कर दबोचे
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क्राइम ब्रांच की टीम ने भेष बदलकर 1 महीने में 3 हजार किमी घूमकर 7 तस्कर दबोचे

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत ड्रग्स तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एक महीने में 3 हजार किलोमीटर का सफर तय किया है. 

क्राइम ब्रांच की टीम ने भेष बदलकर 1 महीने में 3 हजार किमी घूमकर 7 तस्कर दबोचे

राज कुमार भाटी/नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत ड्रग्स तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एक महीने में 3 हजार किलोमीटर का सफर तय किया, टीम के सदस्य भेष बदलकर घूमे तब जाकर उन्होंने सात ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान टीम दिल्ली से बिहार के जहानाबाद, ओडिशा और दरभंगा तक गई. दावा है कि इस कार्रवाई से देश में ड्रग्स तस्करी करने वालों की कमर टूट गई है.

स्पेशल सीपी क्राइम रविंद्र यादव ने बताया कि यह एक महीने तक चले इस ऑपरेशन को DCP अमित गोयल और एसीपी एएनटीएफ अनिल शर्मा के सुपरविजन में इंस्पेक्टर देवेंद्र इंस्पेक्टर देवेंद्र, एएसआई अशोक, रूपेश, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और प्रमोद की टीम ने चलाया. इस टीम ने 50 हजार रुपये के इनामी परोल जंपर मुकेश सिंह (40) को सबसे पहले गिरफ्तार किया. आरोपी को पकड़ने पुलिस टीम बिहार के जहानाबाद तक गई. वहां से उसे दबोचकर दिल्ली लाया गया.

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ड्रग्स तस्करी के मामले में मुकेश को कोर्ट ने दोषी मानते हुए दस साल की जेल के साथ 1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. जुर्माना नहीं देने पर 6 महीने और जेल काटने का आदेश दिया गया था. 13 अप्रैल, 2020 को 8 सप्ताह की परोल दी गई थी, लेकिन वह फरार हो गया था. इसके बाद टीम उसकी तलाश में जहानाबाद पहुंची थी, काफी मशक्कत के बाद ट्रैप लगाकर उसे दबोचा गया. इसके बाद पुलिस टीम ने अंतरिम जमानत लेकर फरार हुए आरोपी हरेंद्र मंडल को बिहार के दरभंगा से गिरफ्तार किया.

आरोपी 50.550 किलोग्राम गांजा की बरामदगी के मामले में आरोपी था. उसे उसके तीन साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था. मगर हरेंद्र को अंतरिम जमानत मिल गई थी. जमानत की अवधि खत्म होने के बाद आरोपी ने सरेंडर नहीं किया. आरोपी की तलाश में टीम ओडिशा में दबिश देने पहुंची, उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की गई, लेकिन वह फरार मिला. इसके बाद पता चला कि आरोपी दरभंगा में है.

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इसके बाद टीम दरभंगा पहुंची और वहां से उसे दबोचा गया, फिर टीम ने दिल्ली के करण विहार से वॉन्टेड ड्रग्स सप्लायर अमित (33) को गिरफ्तार किया. आरोपी काफी समय से नशीले पदार्थ का कारोबार करने में लिप्त था. मई 2022 के मामले में वॉन्टेड था. एक अन्य मामले में पुलिस ने दो भगोड़े ड्रग्स सप्लायल फरमान अली उर्फ आरिफ व सुरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया. फरमान 2021 के मामले में वॉन्टेड था, जबकि सुरेंद्र 2018 के मामले वॉन्टेड था.

एक अन्य ऑपरेशन में भारत कुमार उर्फ मोगली (29) को गिरफ्तार किया गया. वह 2021 के एक मामले में वॉन्टेड था. आखिर में टीम ने 2019 के मामले में वॉन्टेड राहुल सिंह को गिरफ्तार किया. 2019 में राहुल का पिता भूप सिंह अपने 3 सहयोगियों के साथ पहले ही गिरफ्तार हो चुका था. मगर राहुल फरार चल रहा था. सभी आरोपी फरार होकर भी ड्रग्स तस्करी ही कर रहे थे. इस कारण पुलिस इस कार्रवाई को बड़ी कार्रवाई मान रही है.