Delhi Crime News: उत्तरी दिल्ली के सदर बाजार थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. अहाता किदारा चौकी इंचार्ज नीलम को गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबकि हथियारों की डिलीवरी करने बदमाश को सदर बाजार इलाके से बदमाश को गिरफ्तार किया. बदमाश के पास से एक अत्याधुनिक स्वचालित पिस्तौल, चार देशी पिस्तौल और 14 कारतूस बरामद किए. आरोपी के ऊपर पहले ही 20 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. 


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सदर बाजार इलाके में हथियारों की तस्करी करने वाले दिलशाद आलम उर्फ जावेद नाम के बदमाश को अहाता किदारा चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नीलम की सूझबूझ से बदमाश को गिरफ्तार किया है. साथ ही उसके पास से एक अत्याधुनिक स्वचालित पिस्तौल, चार देशी पिस्तौल और 14 कारतूस बरामद भी की गईं.


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दरअसल सदर बाजार की अहाता किदारा चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नीलम को गुप्त सूत्रों के आधार पर सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति हथियारों का जखीरा लेकर सदर बाजार इलाके से गुजरेगा, जिसको लेकर सदर बाजार की अहाता किदारा चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नीलम ने इस बात की सूचना DCP मनोज कुमार मीणा को दी गई. सूचना पर तुरंत एक टीम का गठन किया गया, जिसमें  एसआई नीलम, प्रभारी पुलिस चौकी अहाता किदारा, एसआई ललित, एचसी पंकज, एचसी हेमंत, एचसी शैलेन्द्र कॉन्स्टेबल शामिल थे. 


टीम का सहारा लेते हुए ट्रैक बिछाया और बदमाश पर नजर बनाए रखी, जैसे ही सदर बाजार इलाके से यह संदिग्ध कंधे पर बेग रखकर गुजारा तो पुलिस को शक हुआ तो संदिग्ध की तलाशी ली गई. पुलिस को तलासी के दौरान इसके पास से हथियार व जिंदा कारतूस बरामद हुए.


उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारी टीम के सदस्यों ने अपना स्थान ले लिया और ईदगाह रोड, सदर बाजार में प्रत्येक आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी. शाम करीब 5 बजकर 30 मिनट पर एक व्यक्ति को अपनी पीठ पर बैग ले जाते हुए देखा गया, उसकी पहचान कर ली गई, लेकिन संदिग्ध ने पुलिस टीम की हरकत को भांप लिया और भागने की कोशिश की, लेकिन टीम के सदस्यों ने उसे भागने नहीं दिया और उसे तुरंत काबू कर लिया गया.


संदिग्ध की पहचान दिलशाद आलम उर्फ ​​जावेद के रूप में हुई है. पूछताछ के दौरान आरोपी दिलशाद आलम उर्फ ​​जावेद ने खुलासा किया कि वह तिहाड़ जेल में बंद अपने सहयोगी के निर्देश पर हथियारों की आपूर्ति कर रहा था.  सहयोगी ने उसे एक व्यक्ति से खेप लेने और आगे के निर्देशों का इंतजार करने के लिए कहा था.


Input: Nasim Ahmad