Delhi Crime News: उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी इलाके से अपरहण की गई 10 वर्षीय बच्ची को पुलिस टीम ने अपहरणकर्ता के कब्जे से सकुशल बरामद कर लिया है. साथ ही आरोपी अपहरणकर्ताओं गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान इकबाल के तौर पर हुई है .


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डीसीपी ने बताया कि नंद नगरी इलाके में रहने वाले पीड़ित अकबर ने बताया कि 2 सप्ताह पहले उसकी 10 वर्षीय साली उसके घर घूमने के लिए आई थी. वहीं मंगलवार देर शाम वह अपने घर के सामने सड़क पर खेल रही थी और उसके पड़ोसी का रिश्तेदार इकबाल उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया. मामले की शिकायत मिलते ही अपहरण का मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. पुलिस स्टेशन के पूरे फील्ड स्टाफ को मौके पर बुलाया गया और तलाशी अभियान चलाया गया.


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मामले की जांच के लिए कई चीजों का गठन किया गया. वहीं जांच के दौरान, पुलिस टीम के सामने सबसे कठिन चुनौती यह थी कि संदिग्ध का कोई सुराग नहीं था, क्योंकि उसके पास कोई मोबाइल फोन नहीं था और संदिग्ध के परिवार के अन्य सभी सदस्य/रिश्तेदार अपने रिश्तेदार के अंतिम संस्कार/मृत्यु में शामिल होने के लिए बाहर गए थे.
चिंता का एक सबसे बड़ा कारण संदिग्ध इकबाल की पृष्ठभूमि थी, क्योंकि वह पहले बलात्कार, अपहरण और आर्म एक्ट आदि जैसे कई आपराधिक मामलों में शामिल था.


जांच के दौरान, एक टीम को पूरे क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने का काम दिया गया था. एक अन्य टीम को पुलिस स्टेशन के क्षेत्र और आसपास के पुलिस स्टेशनों के क्षेत्र में सभी पार्कों, परित्यक्त स्थानों की जांच करने के लिए भेजा गया था. सूचना आसपास के पुलिस स्टेशनों और सीमावर्ती पुलिस स्टेशनों को दी गई. बच्चे का विवरण जिप नेट पर अपलोड किया गया था और वायरलेस संदेश पूरे भारत में भेजा गया था. इसके बाद आनंद विहार रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी आनंद विहार, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी कश्मीरी गेट आदि जगहों पर तलाशी के लिए टीम भेजी गई.


एक और टीम जिला बिजनौर (यूपी) में आरोपी के पैतृक गांव भेजी गई. सभी टीमों ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बिना किसी ब्रेक के रात भर काम किया. पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और विश्लेषण किया और एक सीसीटीवी कैमरे में संदिग्ध इकबाल शाम 6 बजकर 45 मिनट पर पीड़ित लड़की को अपने साथ ले जाते हुए दिखाई दिया. फुटेज में एक अन्य लड़की भी दिखाई दे रही है. उसकी पहचान उसकी अपनी बेटी के रूप में की गई थी, जिसकी उम्र 4 वर्ष थी.


सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के अनुसार, कथित इकबाल को दोनों नाबालिग लड़कियों के साथ एफ-1 झुग्गी सुंदर नगरी से वजीराबाद रोड की ओर आते हुए देखा गया था.


पुलिस की एक टीम को तुरंत कथित इकबाल के गांव भेजा गया. उसके रिश्तेदारों से लंबी पूछताछ की गई और यह पता चला है कि वह शायद ही कभी अपने घर पर रहता था और ज्यादातर यूपी में असामाजिक तत्वों की बुरी संगत में रहता था. उसकी पत्नी 2019 में ही उन्हें छोड़कर जा चुकी थी. उसका एक भाई आजाद एनडीपीएस मामले में कासना जेल में बंद था.


इसके अलावा यह पाया गया कि कथित इकबाल हाल ही में धामपुर से एक महिला को लाया था. वह दो बच्चों की मां थी. ये भी पता चला कि इकबाल दिल्ली के गाजीपुर थाना क्षेत्र में मुल्ला कॉलोनी में किराए के कमरे में 15 दिनों से रहा था और वहा उसके खिलाफ रेप का मामला दर्ज है. जिसमें वह वांछित है.


इसके बाद पुलिस ने तुरंत बिना किसी देरी के एक अन्य पुलिस टीम को पहचान के लिए आरोपी और पीड़ित बच्चे की तस्वीरों के साथ गाजीपुर थाना क्षेत्र के मुल्ला कॉलोनी भेजा गया. टीम ने मुल्ला कॉलोनी गाजीपुर में डोर टू डोर सर्वे किया, क्योंकि मुल्ला कॉलोनी बहुत घनी आबादी वाली है. प्रयासों के बाद संदिग्ध इकबाल को मुल्ला कॉलोनी से पकड़ लिया गया और पीड़ित लड़की को सुरक्षित बचा लिया गया.


Input: Rakesh Chawla