Delhi Crime: दिल्ली में हत्या के प्रयास में दो वांछित और घोषित अपराधी गिरफ्तार
Delhi Crime News: दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर हत्या के प्रयास में दो वांंछित और घोषित आपराधियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया है. एक पर साल 2022 में मामला दर्ज किया गया था. तब से वह फरार चल रहा था.
Delhi Crime News: अंतरराज्यीय सेल, अपराध शाखा की एक टीम ने चंडीगढ़ से एक शातिर अपराधी नवीन उर्फ केशव (30) को गिरफ्तार किया है. जो कि दिल्ली के रघुबीर नगर का रहने वाला है. अपराधी दिल्ली में हत्या के प्रयास और एक स्नैचिंग मामले में भी वांछित था. इसके साथ ही एजीएस/क्राइम ब्रांच के अथक प्रयासों से पुलिस थाना तुगलक रोड में दर्ज हत्या के प्रयास में सनसनीखेज मामले में वांछित कुख्यात अपराधी आकाश गंभीर उर्फ बैंकॉक को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी 2022 से फरार था, जिसको कोर्ट ने अपराधी घोषित किया था और वह बार-बार अपने ठिकाने बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा था.
बता दें कि आरोपी आकाश गंभीर मामले में 27 जुलाई 2022 को धारा 307/34 और 27 आर्म्स एक्ट के तहत तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में एफआईआर पर दर्ज की गई थी. इस मामले में आरोपी और उसके साथियों ने क्षेत्र के वर्चस्व को लेकर लंबे समय से चल रहे झगड़े के कारण गोलीबारी की. गिरफ्तारी से बचने के बाद आरोपी को अदालत ने अपराधी घोषित किया था. फरीदाबाद कोर्ट ने एक अन्य फायरिंग मामले (एफआईआर संख्या 682/2020, थाना पल्ला, फरीदाबाद) में ट्रायल के दौरान गैर-हाजिर रहने पर गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) भी जारी किया था. आरोपी दिल्ली-एनसीआर में 28 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जिसमें हत्या के प्रयास, डकैती और अन्य अपराध शामिल हैं.
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अपराधी नवीन मामले में बलीत सिंह निवासी टैगोर गार्डन की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया गया. मामला राजौरी गार्डन में पंजीकृत किया गया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि अमर उर्फ अम्मू और नवीन उर्फ केशव नाम के 2 व्यक्तियों ने कुछ अन्य सहयोगियों के साथ इलाके में वर्चस्व के लिए अपनी पुरानी रंजिश के कारण उन्हें मारने के लिए हमला किया और गोलियां चलाईं. जिसके बाद दोनों को मामले में गिरफ्तार किया गया और ट्रायल के दौरान आरोपी नवीन उर्फ केशव को 29 मई 2024 को तीस हजारी से पीओ घोषित कर दिया गया.
जांच में सामने आया है कि शिकायतकर्ता पुरानी रंजिश में था, इसलिए दो समूहों के बीच झड़प की आशंका थी क्योंकि आरोपी नवीन उर्फ केशव जमानत के बाद फरार था. इसे देखते हुए, आईएससी क्राइम ब्रांच को ऐसे फरार आरोपी व्यक्तियों/अपराधियों पर काम करने का काम सौंपा गया, जो इस तरह की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे पवन कुमार की टीम में एसआई राकेश, एएसआई सुरेश, एचसी ललित और सुरेन्द्र शामिल थे और इंस्पेक्टर सतेन्द्र मोहन और श्री रमेश चंद्र लांबा, एसीपी/आईएससी की निगरानी में नवीन उर्फ केशव को ट्रैक किया गया.
Input: Raj Kumar Bhati