Delhi Excise Policy: दिल्ली में 1 सितंबर से नई एक्साइज पॉलिसी (2021-22) के बजाय पुरानी एक्साइज पॉलिसी (2020-21) फिर से लागू हो गई है. पुरानी पॉलिसी अगले 6 महीने तक लागू रहेगी. इसके तहत अब शराब की दुकानें सरकार ही चलाएगी. दिल्ली में नई एक्साइज पॉलिसी रद्द कर दोबारा पुरानी नीति लागू कर दी गई है. इसके लागू होने पर क्या बदलाव होंगे. आइए जानते हैं उन बदलावों के बारें में.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या थी नई नीति? 
बता दें कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने 17 नवंबर 2021 को एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू की थी. इस नीति की वजह से सरकार शराब कारोबार से पूरी तरह बाहर आ गई और उसे निजी कंपनियों पर छोड़ दिया. इसके तहत दिल्ली के 32 जोन में 849 शराब की दुकानें खुलीं. सरकार ने इस नीति को इसलिए लागू किया था कि इससे माफिया राज खत्म हो जाएगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी. 


क्यों बंद की गई
केजरीवाल सरकार को इस नीति से रेवेन्यू में बढ़ोतरी होने की उम्मीद थी, लेकिन दुआ इसका उल्टा. 31 जुलाई को कैबिनेट नोट ने माना भारी बिक्री के बावजूद रेवेन्यू का नुकसान हुआ. क्योंकि थोक और खुदरा कारोबारियों ने लाइसेंस लौटा दिए थे. इस नीति की वजह से वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 1,485 करोड़ रुपये मिले जो कि बजट अनुमान से 37.51 फीसदी कम था. वहीं अप्रैल के बाद से हर महीने के रेवेन्यू में भी करीब 194 करोड़ रुपये की कमी आई. वहीं दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट में एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया. इसमें उन्होंने मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने CBI जांच की सिफारिश की. इस रिपोर्ट के आधार पर 21 जुलाई को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की. इसके हफ्तेभर बाद ही सरकार ने इस पॉलिसी को रद्द करने का फैसला लिया. 


पुरानी पॉलिसी कब तक लागू रहेगी? 
पुरानी एक्साइज पॉलिसी 1 सितंबर से अगले 6 महीने तक लागू रहेगी तब तक या तो नई नीति आएगी या फिर कुछ गाइडलाइंस आएगी. नवंबर 2021 में नई पॉलिसी लागू होने से पहले दिल्ली में शराब की 864 दुकानें थीं. इनमें से 475 सरकारी और 389 निजी दुकानें थीं. नीति से सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई थी, लेकिन अब फिर से सरकारी एजेंसियां शराब दुकानें चलाएंगी.


एजेंसियां चलाएगी इन दुकानों को
केजरीवाल सरकार इन दुानों को चार एजेंसियों के जरिये चलाएगी. इससे पहले भी ये ही एजेंसियां शराब की दुकानें चलाती थीं. दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरशन (DTTDC), दिल्ली कन्ज्यूमर को-ऑपरेटिव होलसेल स्टोर (DCCWS), दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइ कॉर्पोरेशन (DSCSC) और दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (DSIIDC) ये एजेंसियां शराब की दुकानें चलाएंगी. 


कब से खुलेंगी शराब की दुकानें?
जानकारी के अनुसार आज से करीब 300 शराब की दुकानें खुल जाएंगी. शुरुआत में दुकानें मॉल और मेट्रो स्टेशन के पास खोली जाएंगी. माना जा रहा है कि इस साल के आखिर तक 700 दुकानें सरकार ही चलाएगी. सरकार का निजी वेंडरों को लाइसेंस देने का प्लान नहीं है. केजरीवाल सरकार ने अब रेस्टोरेंट और बार में माइक्रोबेवरीज खोलने की इजाजत दे दी है. यहां पर ड्रॉट बियर मिलेगी. इससे पहले कनॉट प्लेस और जनपथ रोड पर स्थित 5 स्टार होटल में माइक्रोबेवरीज थी. नवंबर 2021 से दोनों माइक्रोबेवरीज बंद हो गई थीं. 


वहीं एक्साइज डिपार्टमेंट का कहना है कि पहले से ही चार दिन का स्टॉक कर लिया गया है. दिल्ली में शराब की खपत बहुत ज्यादा है. उसका कहना है कि 2019 में AIIMS के एक सर्वे में सामने आया था कि हर महीने दिल्लीवाले 5 लाख लीटर शराब पी जाते हैं.


ऐप बताएगा कि दुकान कहां हैं?
दिल्ली में नई शराब की दुकान कहां खुली है. इसके लिए सरकार ने एक ऐप बनाया है, जिसका नाम mAbkaridelhi रखा गया है. इस ऐप को अभी सिर्फ एंड्रॉयड यूजर्स डाउनलोड कर सकता हैं. आईफोन यूजर्स के लिए भी इसे जल्द लॉन्च किया जाएगा. इस ऐप के जरिये आपको शराब की दुकानों के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी.  इस ऐप से आप पता लगा सकेंगे कि कौनसी दुकान में कौन सा ब्रांड अवेलेबल है. दुकान की लोकेशन क्या है? शराब असली है या नकली, बॉटल स्कैनर टूल से ये भी खरीदार पता कर पाएंगे. इस ऐप के जरिये आप काफी चीजें पता कर सकते हैं.