Delhi Neb Sarai Demolition Drive: दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय इलाके में दर्जनों फ्लैट पर फॉरेस्ट विभाग का पीला पंजा चला. देश की राजधानी दिल्ली में लोगों के आशियाने को तोड़ने का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया है. इस बार फॉरेस्ट विभाग की कार्रवाई हो रही है और ये आदेश कोर्ट का है कि नेव सराय इलाके में कई ऐसे घर हैं जो फॉरेस्ट लैंड पर बने हुए हैं.


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बता दें कि ज्यादातर घर 10-15 साल पुराने बने हुए हैं और अलग-अलग लोगों ने अपने जिंदगी भर के गाढी कमाई को देकर  खरीद लिया था, लेकिन कई साल बाद कोर्ट के आदेश के बाद फॉरेस्ट विभाग इन घरों को तोड़ने आ गया है. कागजों के मुताबिक यह जमीन फॉरेस्ट लैंड की है. इस इलाके में मौजूग मकान तोड़े जा रहे हैं क्योंकि यह फॉरेस्ट लैंड पर बने हुए हैं. 


यह जमीन नेब सराय के मुख्य मार्ग इग्नू रोड पर है. जिन लोगों के आशियाने को तोड़ा जा रहा है उनका रो-रोकर बुरा हाल है और वह अपने दुख और आपबीती सुना रह हैं. वहीं कई महिलाएं अपने आशियाने को उजड़ता देख पुलिस से झड़प करने को तैयार है. महिलाओं के आंखों के आशु सूखने का नाम नहीं ले रही है. इन लोगों का कहना है कि जब यह मकान बन रहे थे उसे वक्त कोई भी विभाग या कोर्ट जागरुक क्यों नहीं हुआ. बिल्डर ने पूरे पैसे ले लिए, जिन अधिकारियों की सांठ गांठ से यह बिल्डिंग बनी उन अधिकारियों ने सारे पैसे ले लिए. 


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लोगों ने कहा कि अपनी जिंदगीभर की कमाई इन दो कमरों के लिए दे दिया तो फिर कोई भी विभाग या कोर्ट इन लोगों को बेघर क्यों कर रहा है. इनका कहना है कि कार्रवाई बिल्डर और अधिकारियों के खिलाफ भी होनी चाहिए. इसके साथ ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार बेघरों को घर दे रही है और अगर ऐसे में सरकार के किसी भी वीभाग द्वारा किसी को बेघर किया जा रहा है तो सरकार की तरफ से उन्हें घर भी मिलना चाहिए. 


डिमोलिशन नवरात्रों के दिनों में ही शुरू हो गई थी. दशहरे वाले दिन छुट्टी के बाद एक बार फिर से फॉरेस्ट विभाग का बुलडोजर इन घरों को तोड़ने आ गया. इलाके का माहौल खराब ना हो इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने खास इंतजाम कर रखा था. वहीं दिल्ली पुलिस के स्टाफ ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की भी यहां तैनाती की है.


INPUT: मुकेश सिंह