Delhi Ramleela: केजरीवाल सरकार द्वारा ITO स्थित प्यारेलाल ऑडोटोरियम में शनिवार को तीन दिवसीय भव्य रामलीला का मंचन शुरू कर दिया गया. 22 जनवरी तक आयोजित हो रही विशेष रामलीला का लाइव मंचन देखने के लिए पहले दिन ही प्रभु श्रीराम भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. दिल्ली के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री सौरभ भारद्वाज और शिक्षा मंत्री आतिशी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की. इस दौरान दिल्ली सरकार की लगभग पूरी कैबिनेट ने साथ बैठकर तीन घंटे तक चली रामलीला मंचन का आनंद लिया.


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 वहीं दिल्ली में रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने को लेकर निरंतर प्रयासरत सीएम अरविंद केजरीवाल भी आयोजन के दूसरे दिन रविवार को दिल्ली की जनता के साथ बैठकर भव्य रामलीला मंचन का आनंद लेंगे. शनिवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर एक ट्वीट कर यह जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि मैं कल रविवार को रामलीला देखने जाऊंगा. दिल्लीवासियों से अपील है कि आप भी समय निकालकर सपरिवार जरूर जाएं.


इस अवसर पर दिल्ली के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम सब लोग भगवान श्रीराम का नाम लेते हैं. भगवान श्रीराम जी से जो सबसे बड़ी चीज सीखनी चाहिए, वो है उनकी मर्यादा. भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहा गया है और उनके रामराज्य की परिकल्पना आज भी हम सब लोग करते हैं. हम कोशिश करते हैं कि तुलसीदास जी ने जिस रामराज्य की कल्पना की और रामायण में लिखी, वो रामराज्य हम चरितार्थ भी करें. इसी कोशिश से आज दिल्ली सरकार द्वारा यह रामलीला मंचन का आयोजन किया जा रहा है. 


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मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के दिशा निर्देश पर दिल्ली सरकार द्वारा रामलीला मंचन का भव्य कार्यक्रम कराया जा रहा है. दिल्ली सरकार द्वारा पहली बार इस रामलीला का कार्यक्रम किया जा रहा है. अभी तक श्रीराम भारतीय कला केंद्र निजी तौर पर यह कार्यक्रम कराया जाता रहा है और दर्शक टिकट लेकर रामलीला देखने के लिए जाते हैं, लेकिन इस बार सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने बहुत सुंदर रामलीला कार्यक्रम का आयोजन शुरू किया है, जो सभी दर्शकों के लिए फ्री है.


उन्होंने कहा कि करीब 6 दशक से अधिक समय से श्रीराम भारतीय कला केंद्र की रामलीला पूरे हिन्दुस्तान में बहुत प्रसिद्ध है. ये करीब तीन घंटे के अंदर पूरी रामायण दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह के कार्यक्रम होते थे, लेकिन महंगी टिकट लेकर लोगों को देखना पड़ता था और टिकट के कारण बहुत सारे लोग चाहते हुए भी रामलीला नहीं देख पाते थे. दिल्ली सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग रामलीला देखें, इसलिए कोई शुल्क नहीं लगाया गया है. कोई भी आकर रामलीला देख सकता है.


इस अवसर पर मौजूद दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि दशहरे के दौरान जब हम शहरभर में रामलीला देखने जाते हैं, तो हम इसे एक मनोरंजन के रूप में देखते हैं, लेकिन सही मायने में रामलीला तभी सफल होगी, जब हम भगवान राम के जीवन से कोई भी बात आत्मसात कर उसे अपने जीवन में उतार सकेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आज से शुरू हुई इस भव्य रामलीला से हम भगवान राम के जीवन, व्यवहार, प्रेम और त्याग से बहुत कुछ सीख सकेंगे और उन सीखों को अपने जीवन में लागू कर सकेंगे. अगर हम ऐसा कर सकते हैं, तो हम अपने समाज और राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम हैं. अगर हम श्रीराम के जीवन को अपने जीवन में उतार लें तो हमारा देश विश्व में किसी से पीछे नहीं रहेगा.