दिल्ली सरकार ने दिव्या काकरान को लेकर कहा कि वो यूपी से खेलती आई हैं, यूपी सरकार ने उन्हें सम्मानित किया है. अगर उनको दिल्ली सरकार से सम्मान चाहिए तो वो हमें लिखें. वहीं दूसरी ओर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी दिव्या काकरान के घर पहुंचे और 5 लाख इनाम वाला चेक दिया.
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नई दिल्ली: पहलवान दिव्या काकरान और दिल्ली सरकार के बीच बयानबाजी बढ़ती जा रही है. कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने दिव्या काकरान ने दिल्ली सरकार पर उन्हें सम्मान न देने का आरोप लगाया है. पहलवान ने कहा है कि दिल्ली सरकार से मदद मांगी लेकिन नहीं मिली. जबकि मेरी मदद यूपी और हरियाणा सरकार तक ने की है. इस पर दिल्ली सरकार के विधायक और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमें नहीं पता कि दिव्या दिल्ली के लिए खेलती हैं. वो तो यूपी से खेलती हैं. वहीं नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने इस पर दिल्ली सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने दिव्या के घर जाकर उन्हें 5 लाख रुपये बतौर इनाम चेक भेंट किया.
दिव्या काकरान ने कहा कि मैं इतने लंबे समय से कुश्ती लड़ रही हूं, 2017 तक मैंने दिल्ली को 58 पदक दिए. मेरे पास यात्रा के लिए पैसे नहीं थे, मैं अखाड़े जाती थी तो रास्ते में घंटों जाम रहता था, दिल्ली ने हमारी कभी मदद नहीं की. इसके बाद मैं 2018 से दिल्ली छोड़ यूपी से लड़ना शुरू किया. 2019 में मुझे योगी सरकार ने रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार दिया. 2020 में उन्होंने मुझे आजीवन पेंशन दी. महिला पहलवान ने कहा कि कल उन्होंने 50 लाख रुपये और एक राजपत्रित अधिकारी रैंक पद की घोषणा की.
दिव्या काकरान ने कहा कि यूपी और हरियाणा सरकार ने मेरी मदद की, लेकिन दिल्ली सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया है. मैं पिछले 20 साल से दिल्ली के गोकुलपुर में रह रही हूं. केजरीवाल सरकार से भीख नहीं मांग रहे हैं. बस अपना हक मांग रहे हैं, हमारी सरकार से कोई दुश्मनी नहीं है. मैं खुद उनके पास 2017 में गई थी. 2018 में उन्होंने मेरी मुलाकात करवाई, हमने सरकार को लिख करके भी दिया कि हमें क्या खुराक की जरूरत है.
वहीं शुक्रवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी दिव्या काकरान के पूर्वी गोकुलपूरी स्तिथ उनके आवास पहुंचे. उन्होंने दिव्या काकरान को 5 लाख की सहयोग राशि भेंट की. सांसद तिवारी ने कहा कि 2015 में मीडिया के जरिए पता लगा कि एशियन चैम्पीयन्शिप में दिव्या ने गोल्ड जीता है. हमें इस बात की तकलीफ़ है कि कुछ लोग प्रोत्साहित करने के बजाए ह्यूमिलीएट करने में लगे. इससे पूरी दिल्ली दुखी है. अगर प्रोत्साहन और किया जाए तो दिव्या ओलिंपिक में गोल्ड जीतेगी. मैं दिव्या से कहना चाहता हूं कि आप किसी रहमो-करम की मोहताज नहीं हैं. साथियों के सहयोग से ये राशि दे रहे हैं. ये सांसद निधि से नहीं है. उत्तर पूर्वी लोकसभा की बेटी पूरी देश की बेटी बनी है. इस मौके पर दिव्या ने कहा कि जो मुझे प्रोत्साहन देगा, जो देश को आगे लेकर जाएगा, मैं उसके साथ खड़ी हूं.
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जबकि इस मामले में दिल्ली सरकार का रुख एकदम अलग है. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने जानकारी मांगी कि क्या मामला है. कहीं सरकार से तो कोई गलती नहीं हो रही है तो राष्ट्रीय कुश्ती फेडरेशन ने बताया कि दिव्या काकरान 2016-17 के बाद यूपी के लिए खेलती रही हैं. यूपी का प्रतिनिधित्व किया तो उत्तर प्रदेश सरकार से इनाम मिलेगा, अगर यूपी सरकार से नहीं मिल रहा है तो फिर दिल्ली सरकार से आवेदन करेंगी, तो सरकार इनाम देगी. सौरभ ने कहा कि मेरी जानकारी में ये है कि दिव्या ने सिर्फ ट्वीट किए हैं, सरकार से इनाम के लिए आवेदन नहीं किया है.
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