Delhi News: सड़क बंद होने से परेशान लोगों ने मेट्रो साइट पर किया प्रदर्शन, बोले- आसपास के घरों को भी है खतरा
Delhi News: मैदानगढ़ी की मुख्य सड़क बंद होने से तीन गांव के लोग हैं परेशान. आवाजाही के लिए ये सड़क पूरी तरह से बंद कर दी गई है. अब लोगों को पांच से छह किलोमीटर घूमकर घंटों जाम में फंसकर जाना पड़ता है. आज के प्रदर्शन के बाद क्या DMRC के अधिकारी लोगों कि परेशानी को समझेंगे और इसका जल्द निदान निकाल पाएंगे. अब ये देखना होगा.
Delhi News: मैदानगढ़ी की मुख्य सड़क बंद होने से तीन गांव के लोग हैं परेशान. पिछले दिनों मैदानगढ़ी के मेट्रो साइट पर बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें मैदानगढ़ी की मुख्य सड़क जो नेब सराय और MB रोड को जोड़ती है. लगभग 40 से 50 फिट गहरा और इतनी ही लंबी सड़क धंस गई थी, जिसके बाद आवाजाही के लिए ये सड़क पूर्णतः दमरस के द्वारा बंद कर दी गई है. अब लोगों को पांच से छह किलोमीटर घूमकर छतरपुर के रास्ते घंटो जाम मे फंसकर जाना पड़ता है.
जब मेट्रो साइट पर हादसा हुआ था उस समय DMRC के अधिकारी पहुंचे थे और गांव वालों को आश्वासन दिया था कि 2 से तीन दिन में इस सड़क को ठीक कर दिया जाएगा और सड़क को आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा, लेकिन एक सप्ताह से ज्यादा बीत जाने पर भी सड़क को चालू नहीं किया गया, जिसके बाद गांव के लोग मेट्रो साइट पर गए अधिकारियो से बात करने, लेकिन उन्हें कोई ठोस जबाब नहीं मिला, तो सभी मेट्रो साइट पर ही प्रदर्शन करने लगे और जल्द रास्ता खोलने की मांग करने लगे.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क का इस्तेमाल तीन गांव के हजारों लोग करते हैं. मेट्रो साइट के पास ही IGNOU है. साकेत कोर्ट है हॉस्पिटल है. साथ ही लोगों को बस या ऑटो पकड़ने के लिए इस चिलचिलाती धूप में दो किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है. अगर गांव में किसी को इमरजेंसी हो जाए तो न एम्बुलेंस आ सकती है और न ही फायर की गाड़ी. ऊपर से भयंकर गर्मी पड़ रही है. तो अंदर तक पानी का टैंकर भी नहीं पहुंच पाता.
साथ ही मेट्रो साइट के आसपास 20 से 25 घरों में रहने वाले लोग भी डरे हुए हैं कि उनका घर मेट्रो साइट के बिल्कुल सटा हुआ है तो जैसे सड़क धंसी है तो उनके घर को कही कई नुकसान न हो. मेट्रो साइट पर हादसे के बाद गांव के लोगों को काफी कठिनाई हो रही है. अब आज के प्रदर्शन के बाद क्या DMRC के अधिकारी गांव के लोगों कि परेशानी को समझेंगे और क्या इसका जल्द निदान निकाल पाएंगे. अब ये देखना होगा.
(इनपुटः मुकेश सिंह)