Delhi News: दिल्ली नगर निगम (MCD) प्रदूषण को रोक लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में 100 मलबा संग्रहण केंद्र स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है. इसी को लेकर दिल्ली MCD के बड़े अधिकारियों ने बीते शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि इन मलबा संग्रहण केंद्रों में से 35 पहले से ही विभिन्न क्षेत्रों में चालू हैं, अन्य 49 ऐसे केंद्रों के लिए दिल्ली में विभिन्न स्थानों की पहचान की गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में वायु प्रदूषण में निर्माण गतिविधियों का बड़ा योगदान है. एमसीडी अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि इस मुद्दे का हल करने के लिए एमसीडी ने ए-पीएजी और सी एंड डी (निर्माण और विध्वंस) संयंत्र के सहयोग से, दिल्ली क्षेत्र में मलबा संग्रहण बिंदु स्थापित किए हैं. एमसीडी ने प्रारंभिक चरण में पश्चिम क्षेत्र के 10 वार्ड में एक पायलट परियोजना चलाई, जिसमें तीन समर्पित संग्रह स्थल स्थापित किए गए.


ये भी पढ़ेंः Arvind Kejriwal Summons: केजरीवाल की फिर बढ़ेगी मुश्किलें, नोटिस देने पहुंची क्राइम ब्रांच, आतिशी को भी जांच में किया जाएगा शामिल


उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि इस पहल के उल्लेखनीय परिणाम मिले, जिससे मलबे के अवैध निपटान में 46 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई है. अधिकारियों ने कहा कि इसका विस्तार करते हुए एमसीडी वर्तमान में लगभग 100 ऐसे संग्रह बिंदु स्थापित करने की प्रक्रिया में है.


उन्होंने आगे कहा कि जिम्मेदार निपटान सुनिश्चित करने के लिए साइटें 12-फुट प्रोफाइल शीट, स्प्रिंकलर, एंटी-स्मॉग गन और एलईडी साइनेज बोर्ड जैसे सुरक्षा उपायों से सुसज्जित हैं. इन वार्ड में हर रोज लोग 20 टन से भी ज्यादा कूड़ा फेंक सकते हैं. इतना ही नहीं लोग कचरा संग्रहण के लिए हेल्पलाइन पर सी एंड डी प्लांट रियायतग्राही से भी संपर्क कर सकते हैं.


एमसीडी के एक अधिकारी ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि मलबे का उचित संग्रह सुनिश्चित करने और सड़कों के किनारे इसकी अवैध डंपिंग को रोकने के लिए, नागरिक विभाग नियमित आधार पर नागरिक जागरूकता गतिविधियों के ट्रेनिंग को आयोजित कर रहा है.