Delhi News: दक्षिणी दिल्ली में स्थित मदनगीर सेंट्रल मार्केट में स्थित सब्जी मंडी में आज बेहद हैरान कर देने वाला नजारा देखने को मिला. दरअसल, आम आदमी पार्टी के विधायक अजय दत्त MCD में उन्हीं की पार्टी द्वारा की जा रही बुलडोजर कार्रवाई को रुकवाने के लिए पहुंचे. बावजूद इसके MCD के अधिकारी नहीं माने और 50 साल से ज्यादा पुरानी दुकानों को तोड़ दिया. इस दौरान विधायक और MCD के अधिकारियों के बीच नोंकझोंक भी हुई. समर्थकों ने नारेबाजी की, लेकिन कार्रवाई नहीं रुकी. वहीं दुकान टूटने के बाद यहां के लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- Gurugram: दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रक ने कावड़ियों को कुचला, गुस्साए साथियों ने किया हाइवे जाम


दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम एक्शन मोड में नजर आ रही है. नगर निगम के द्वारा नियमों का उल्लंघन करके चल रहे कोचिंग सेंटरों को सील किया जा रहा है. वहीं अवैध अतिक्रमण पर भी निगम का बुलडोजर चल रहा है. राजेंद्र नगर के बाद अब दिल्ली नगर निगम दक्षिणी दिल्ली में स्थित मदनगीर सेंट्रल मार्केट में अवैध अतिक्रमण को हटाने में जुट गई है, जहां दिल्ली नगर निगम के बुलडोजर द्वारा सेंट्रल मार्केट में अवैध रूप से बनी लगभग 100 दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया. 


अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान मार्केट में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. इस अभियान के तहत जिन लोगों की दुकानों को तोड़ा गया है,उनके सामने अब रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है. जिन लोगों की दुकानों को MCD के बुलडोजर द्वारा तोड़ा गया है, उनमें से ज्यादातर लोगों ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन लिया हुआ है. स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि हम बीते कई वर्षों से यहां दुकान लगा रहे हैं, हमारा बचपन यहीं पर गुजारा है.बिना नोटिस के एकाएक हमारी दुकानों को तोड़ना तानाशाही है. बुलडोजर कार्रवाई में मदनगीर सब्जी मंडी में बनी दर्जनों दुकानों को भी ध्वस्त कर दिया गया है.स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सब्जी मंडी सन 1972 से चल रही है.


दुकानदारों ने कहा तानाशाही
मीडिया से बात करते हुए एक दुकानदार ने कहा कि यह गरीबों पर अत्याचार है. हम करोड़पति बनने की इच्छा नहीं रखते हैं, हम सिर्फ अपनी इस दुकान से अपने परिवार के लिए भोजन की व्यवस्था चाहते हैं. हमारी दुकान को तोड़ दिया गया है. हिटलर की तरह तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है. नेताओं की खींचातानी में हम लोग पिस रहे हैं. इस दौरान दुकानदार ने ये भी बताया कि उसने प्रधानमंत्री योजना के तहत लोन लिया है, इसी कमाई से वो हर महीने किस्त भरते हैं. अब दुकान टूट जाने के बाद वो लोन कैसे चुकाएंगे. 


Input- Mukesh Singh