Delhi News: पार्किंग निर्माण में दो साल की देरी, प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए मेयर ने दिए दो महीने का समय
Delhi News: मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने प्रोजेक्ट के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण किया. अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि जल्द से जल्द इस पार्किंग सुविधा को नागरिकों को समर्पित किया जा सके.
Delhi News: मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने आज दिल्ली नगर निगम द्वारा निगम बोध घाट-कश्मीरी गेट में विकसित की जा रही मल्टी लेवल स्टैक कार पार्किंग का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मेयर को कार पार्किंग प्रोजेक्ट की कार्य योजना, निर्माण और परिसर में विकसित की जा रही सुविधाओं के बारे में अवगत कराया. निगम बोध घाट पर मौजूदा पार्किंग सुविधा के अलावा अतिरिक्त 95 कारों की क्षमता वाली स्टैक पार्किंग विकसित की जा रही है.
शैली ओबरॉय ने किया निरीक्षण
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने बेहद बारीकी से प्रोजेक्ट के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण किया. अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि जल्द से जल्द इस पार्किंग सुविधा को नागरिकों को समर्पित किया जा सके. उन्होंने कहा कि स्टैक पार्किंग का काम दो माह के भीतर पूरा किया जाए, क्योंकि पहले ही पार्किंग के निर्माण में दो साल की देरी हो चुकी है. सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में ''आप'' की निगम सरकार तय समय के भीतर प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
प्रोजेक्ट में पहले ही हो चुकी है देरी
मेयर ने कहा इस पार्किंग परियोजना के पूरा होने से उन लोगों को काफी राहत मिलेगी जो दुख भरे समय में अपने किसी परिजन या अन्य किसी प्रिय के अंतिम संस्कार में शामिल होने निगम बोध घाट आते हैं. इसके अलावा आसपास के क्षेत्र में आने वाले लोगों को भी इससे लाभ मिलेगा. दिल्ली नगर निगम शहर के अन्य हिस्सों में भी पार्किंग सुविधाएं विकसित करने के लिए प्रयासरत हैं.
3 ब्लॉक बनाए गए हैं.
बता दें, पार्किंग को 3496 वर्ग मीटर भू-क्षेत्र में विकसित किया जा रहा. दिल्ली नगर निगम द्वारा इस पार्किंग परियोजना को 3496 वर्ग मीटर भू-क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है. इस मल्टी लेवल कार पार्किंग में 3 ब्लॉक बनाए गए हैं. 34 कारों की क्षमता वाले ब्लॉक-1 व 17 कारों की क्षमता वाले ब्लॉक-2 का कार्य लगभग पूरा होने वाला है. वहीं, 44 कारों की क्षमता वाले ब्लॉक-3 का कार्य 31 जुलाई 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है. पार्किंग परिसर में शौचालय, नियंत्रण कक्ष और पंप लगाने का कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है.