Delhi News: दिल्ली में बदतर MCD स्कूल की हालत, बच्चों को नहीं भेज रहे अभिभावक
Delhi News: नॉर्थ दिल्ली के वजीराबाद इलाके में स्थित नगर निगम के स्कूल के हालात बद से बदतर होते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके चलते अब अभिभावकों को हर रोज हादसों का डर सता रहा है .
Delhi News: दिल्ली वजीराबाद इलाके में नगर निगम स्कूल के हालात बदहाल हो चुके है, जिसमे पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को सता रहा है हादसो का डर. स्कूल की पुरानी बिल्डिंग, स्कूल प्रांगण में कटीली झाड़ियां , स्कूल में पानी की व्यवस्था न होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ने के लिए नहीं भेज रहे हैं. लोगों ने बताया कि कई बार स्कूल का शिलान्यास किया गया, लेकिन बिल्डिंग बनकर तैयार नहीं हुई.
स्कूल भेजने से पीछे हट रहे अभिभावक
नॉर्थ दिल्ली के वजीराबाद इलाके में स्थित नगर निगम के स्कूल के हालात बद से बदतर होते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके चलते अब अभिभावकों को हर रोज हादसों का डर सता रहा है . स्कूल में छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं, लेकिन स्कूल में छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाओ के नाम पर कोई खास सुविधा नहीं है. आपको बता दें इस नगर निगम के स्कूल पुरानी बिल्डिंग जर्जर हालात में खड़ी है और स्कूल के प्रांगण में बच्चों के खेलने का पार्क व झूले न होने के बजाए स्कूल प्रांगण में कटीली झाड़ियां होने की वजह से जहरीले जीव-जन्तु पनपने का खतरा मंडरा रहा है. अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में भेजने से भी डर रहे हैं.
स्कूल की हालत बदतर
स्कूल के बाहर सड़कों की हालत बदतर है. सड़क पर हमेशा पानी भरा रहता है. स्कूल को बनाने के लिए करीब 3 वर्ष पहले इस अमरलता सांगवान ने शिलान्यास किया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद इस स्कूल का निर्माण कार्य नहीं हुआ और यह स्कूल दिन प्रतिदिन बदहाली की मार झेल रहा है. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र बताते हैं कि स्कूल में पीने का पानी नहीं है. पानी पीने के लिए अपने घर से लाना पड़ता है खेलने के लिए स्कूल में पार्क भी नहीं है.
तीन साल पहले हुआ था शिलान्यास
फिलहाल आपको बता दें कि स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह स्कूल बनकर तैयार हो जाए तो यहां पर बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिल सकती है, लेकिन जब स्कूल के हालात की बदहाली की मार झेल रहे हैं तो बच्चे अच्छी शिक्षा कैसे इस स्कूल से ग्रहण कर पाएंगे. जरूरत है तमाम जनप्रतिनिधि इस स्कूल की समस्या पर ध्यान दें और इस स्कूल का निर्माण करा कर यह बच्चों को शिक्षा के दौर में एक नया आयाम मिले.
इनपुट- नसीम अहमद