Delhi News: ये दर्द खत्म क्यों नहीं होता? DDA की अप्रूव्ड कॉलोनी में 12 साल से बिजली के दर्शन नहीं
Delhi News: दिल्ली में इस कॉलोनी में पिछले साल 12 साल से बिजली नहीं आने की वजह से लोगों कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब 80 घर वाली इस कॉलोनी के लोगों का कहना है कि 12 साल में मूलभूत सुविधाओं की जगह उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है पर धरातल पर कोई काम नहीं हुआ.
Delhi News: दिल्ली के बख्तावरपुर गांव की पावन धाम त्रिवेणी कॉलोनी में 12 वर्षों से बिजली नहीं होने के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली सरकार की तरफ से पीने के लिए पानी के कनेक्शन तो दिए गए हैं, लेकिन पानी की निकासी और टूटी हुई गलियों का कोई समाधान नहीं हुआ है. सरकारी मूलभूत सुविधाओं से त्रिवेणी कॉलोनी के लोग आज भी वंचित है.
करीब 80 घर वाली इस कॉलोनी के लोगों का कहना है कि 12 वर्षों में मूलभूत सुविधाओं की जगह उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है पर धरातल पर कोई काम नहीं हुआ.
स्थानीय लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार द्वारा पीने के लिए उन्हें पानी की पाइपलाइन प्रोवाइड की गई, जिनमें हर रोज पानी आता है, लेकिन इस कॉलोनी को बसे हुए करीब 12 साल हो चुके हैं, जिसमें करीब घर बने हुए हैं.
ज्यादातर लोग यहां बिजली न होने के चलते परेशान हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि वह कई बार बिजली कनेक्शन के लिए अप्लाई कर चुके हैं, लेकिन TDPL की तरफ से उनका आवेदन रद्द कर दिया जाता है और DDA की NOC मांगी जाती है. इस समस्या को देखते हुए कॉलोनी के प्रधान ओमप्रकाश तमाम दस्तावेज के साथ DDA विभाग पहुंचे तो वहां बताया गया कि DDA ने बिजली मीटर धारकों को NOC देने के लिए साफ मना कर दिया है.
DDA का साफ कहना है कि वह NOC सिर्फ टाटा पावर को देंगे यदि वह हमारे डाक्यूमेंट्स पूरे कर देते हैं. हालांकि, DDA और टाटा पावर के बीच में आपसी तालमेल न होने के चलते त्रिवेणी कॉलोनी में रहने वाले लोगों को बिजली जैसी सुविधा नहीं मिल पा रही है.
त्रिवेणी कॉलोनी में 75 ℅ जगह पर बिजली, पानी, नालियां जैसी सुविधा लोगों को सरकार की तरफ से मुहैया कराई जा रही हैं, लेकिन 25% ऐसी जगह हैं, जहां पर अभी तक सिर्फ पीने के पानी की सुविधा ही लोगों तक पहुंच पाई है. जब पानी की गंदे पानी की निकासी टूटी हुई गालियां और बिजली के कनेक्शन आज तक नहीं पहुंच पाए है, जिसके चलते स्थानीय लोग परेशान हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार वह विधायक से मिले और समस्या को लेकर पत्राचार भी किया, परंतु इस समस्या का कोई समाधान होता हुआ नजर नहीं आ रहा. बिजली न होने के चलते गर्मियों में जहरीले कीड़े-मकोड़ों का डर रहता है और सर्दियों में चोरी की वारदात होना आम बात हो जाती है.
दिल्ली की नरेला विधानसभा के मात्र त्रिवेणी कॉलोनी ही ऐसी कॉलोनी नहीं है, जहां लोगों को बिजली के नए कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं. यहां नालियां, गलियां सड़कें नहीं बन पा रही हैं. पूरी दिल्ली में तकरीबन सभी विधानसभाओं में सैकड़ों कॉलोनियां हैं, जिनमें तमाम समस्या हैं. इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव झा से वीडियो जारी कर बताया कि वह बिजली संबंधित समस्या को लेकर खुद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिले और उन्हें
उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह खुद जिन कालोनियों में DDA के चलते विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं, उनका निरीक्षण करेंगे. साथ ही जो बिजली से जुड़ी समस्या पर DDA से बात करेंगे. LG ने कहा कि जल्दी समस्या का समाधान होगा.
दिल्ली में जब से DDA लैंड पूलिंग योजना पर काम चल रहा है, तब से नई कॉलोनियों में बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी लोगों तक नहीं पहुंच पा रही हैं. स्थानीय लोगों का दावा है कि यह कॉलोनी DDA विभाग द्वारा अप्रूव्ड कॉलोनी है और यहां पर DDA का कोई मास्टर प्लान नहीं है. यह कॉलोनी एक रिहाइशी वर्ग में आती है, जिस पर सरकार को मूलभूत सुविधाएं देने जैसा काम समय रहते कर देना चाहिए था, परंतु पिछले 12 साल से मूलभूत सुविधाएं न मिलने के चलते अब स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों से बेहद नाराज नजर आ रहे हैं.
(इनपुटः नसीम अहमद)