Delhi News: देश में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों को लेकर भारत सरकार में पूर्व इंटरनल सिक्योरिटी एडवाइजर कुंवर विक्रम सिंह ने गृह मंत्रालय से लेटर लिख कर अपील की है कि पूरे देश में करीब एक करोड़ निजी सुरक्षा गार्ड्स को पैरा पुलिस का दर्जा दिया जाए और उन्हें एक महीने की ट्रेनिंग भी भारत सरकार दे ताकि आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों से निबटने के लिए और अधिक सक्षम हो सके.


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आपदा और कई अन्य कामों में आ सकते हैं काम
आज जिस तरह की आंतरिक सुरक्षा को लेकर चुनौतियां उभर रही हैं, उनको देखते हुए यह बेहद जरूरी हो जाता है कि हम अपनी आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा सुदृढ़ और मजबूत करें. इन निजी सुरक्षा गार्ड्स को ट्रेनिंग और पैरा पुलिस का दर्जा देने से हम न केवल आपदा के समय बल्कि उन चुनौतियों से भी निबट सकतें हैं, जो हमारी आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है. इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि भारत सरकार को कोई आर्थिक भार भी नहीं पड़ेगा इसलिए हमने भारत सरकार के गृह मंत्रालय को एक लेटर लिखकर यह मांग की है कि तेजभर में करीब 1 करोड़ निजी सुरक्षा गार्ड हैं. अगर इन्हें पारा पुलिस का दर्जा दिया जाता है तो एक नया क्रांतिकारी अध्याय होगा और आम जनता की सुरक्षा भी मजबूत होगी.


क्या सरकार मानेगी मांग
पूर्व इंटरनल सिक्योरिटी एडवाइजर की लेटर पर सरकार किस प्रकार से अम्ल करती है ये देखने वाली बात होगी. देशभर में एक करोड़ निजी सुरक्षा गार्ड्स की मौजूदगी है. ऐसे में उन्हें पैरा पुलिस का दर्जा देने की मांग पर कितना अम्ल किया जाता है वो देखने वाली बात है. इसके साथ ही क्या लिखी गई चिट्ठी में वो सारी चीजें शामिल हैं जिनके आधार पर सरकार इस मांग को मानेगी.


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