Delhi News: बुराड़ी के मुख्य मार्ग पर सड़क के बीच में आ रहे 109 पेड़ों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 109 पेड़ों में से 26 पेड़ों को एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसप्लांट किया जाएगा और बुराड़ी के मुख्य मार्गों पर से 83 पेड़ों को सड़क के बीच में से काट कर हटाया गया है. बुराड़ी बाईपास से नाथूपुरा तक पेड़ों को हटाने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा साल 2016 में PWD से अपील की गई थी. वन विभाग ने PWD विभाग को दी सड़क से पेड़ों को हटाने की मंजूरी दी थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली के बुराड़ी इलाके में मुख्य सड़क के बीच में विशालकाय वृक्षों के होने के चलते अक्सर जाम की समस्या वह रात के अंधेरे व सर्दियों में धुंध कोहरे के चलते सड़क के बीच में खड़े पेड़ों से टकराने से लगातार हादसा हो रहे थे, जिसको देखते हुए साल 2016 में ट्रैफिक पुलिस द्वारा PWD विभाग से अपील की गई थी कि सड़कों के बीच आने वाले वृक्षों को सड़कों से बीच से हटाया जाए और इन वृक्षों को दूसरी जगह से लगाया जाए. ताकि सड़क हादसों से पर रोक लग सके.


ये भी पढ़ेंः Delhi Weather Update: दिल्ली समेत इन राज्यों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी, इस दिन से मिलेगी राहत


इस सभी दिक्कतों को देखते हुए PWD विभाग द्वारा वन विभाग में चिट्ठी लिखी गई और ट्रैफिक पुलिस, PWD व वन विभगा द्वारा कमेटी गठित की गई और तमाम हादसों के तथ्य को देखते हुए. PWD का करीब 7 साल बाद अब आकर यह सड़क के बीच में आने वाले वृक्ष को हटाने का प्रस्ताव पास कर सड़कों से पेड़ों को हटाने पर कार्य शुरू किया गया है.


आपको बता दें वन विभाग की तरफ से बुराड़ी बाईपास से नत्थूपुरा तक सड़क के बीच में आने वाले करीब 109 वृक्ष को हटाने की मंजूरी दी गई, जिसके बाद को सड़कों से हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है. 109 पेड़ों में से 83 पेड़ों को जड़ से निकालकर सड़क से साइड किया जाना है जिनमें से 81 पेड़ों को काटा जा चुका है. वही 26 पेड़ों को जमीन से उखाड़कर दूसरी जगह ट्रांसप्लांट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.


ये भी पढ़ेंः Delhi News: मानसून ने अभी दी भी नहीं दस्तक, धंस गई जनकपुरी की सड़क, ये कैसी मेट्रो सिटी?


जानकारी के मुताबिक, बुराड़ी अथॉरिटी के सामने सड़क के बीच में आए पेड़ों की खुदाई की जा रही है और इन पेड़ों को यहां से हटा कर दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के पास ट्रांसप्लांट किया जाएगा तो कुछ पेड़ों को ITO यमुना बांध के पास ट्रांसप्लांट किया जाएगा, जिन पेड़ों को ट्रांसप्लांट किया जा रहा है. उनमें ज्यादातर पीपल व पिलखन के पेड़ है.


तस्वीरों में आप देख सकते है कि कितने अच्छे तरीके से इन पेड़ों के चारों तरफ खुदाई की जा रही है. उसके बाद इन पेड़ों को मशीन से निकाला जा रहा है. दूसरी जगह इन पेड़ों को वन विभाग ट्रांसप्लांट करेगा. सड़कों के बीच में जो विशालकाय वृक्ष है वह कहीं न कहीं एक समस्या का विषय बन चुका हैं. इन पेड़ों को हटाना बेहद जरूरी था, जिन पेड़ों की कटाई होनी है. उन पेड़ों के ऊपर रेड क्रॉस जे निशान लगाए गए हैं. ताकि कोई भी गलती से बेवजह पेड़ न काटा जाए.


तो वहीं, शासन-प्रशासन जिस तरीके से पेड़ों को काटकर सड़क से हटा रहे हैं. वन विभाग या PWD ऐसी जगह सुनिश्चित करें जहां पर नए पौधे लगाए जाएं और पौधारोपण के बाद उनका रखरखाव हो ताकि भविष्य में पेड़ों की कमी के चलते किसी को ऑक्सीजन की कमी महसूस न रहे.


(इनपुटः नसीम अहमद)