Delhi Robotics League: दिल्ली के सरकारी और प्राईवेट स्कूलों में हुआ High Tech Competition, बच्चों ने बनाया अद्भुत Robot
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Delhi Robotics League: दिल्ली के सरकारी और प्राईवेट स्कूलों में हुआ High Tech Competition, बच्चों ने बनाया अद्भुत Robot

Robotics League 2023: दिल्ली में आज रोबोटिक्स लीग 2023 का शुभारंभ किया गया. जहां सीएम केजरीवाल ने बच्चों ने प्रोतसाहन बढ़ाया. इसमें बच्चों ने कई ऐसे शानदार प्रॉडक्ट बनाए हैं, जिसे हम अपने समय में सोच भी नहीं सकते थे. 

Delhi Robotics League: दिल्ली के सरकारी और प्राईवेट स्कूलों में हुआ High Tech Competition, बच्चों ने बनाया अद्भुत Robot

Delhi Robotics League: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज रोबोटिक्स लीग 2023 (Robotics League 2023) के शुभारंभ में पहुंचे. जहां उन्होंने बच्चों से बात कर उनका उत्साह बढ़ाया और उनके रोबोट की प्रशंसा कर कहा कि आप देश का भविष्य है और जिस तरीके से दुनिया आगे बढ़ रही है. उसको देखते हुए रोबोट आने वाले दिनों की सबसे बड़ी जरूरत होगा.

रोबोट बनाने वाले बच्चों ने कहा कि आज जिस तरीके से मुख्यमंत्री ने हमसे बात की, हमारे रोबोट की तारीफ की, उसको देख कर यकीन नहीं होता कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनकी प्रशंसा इस तरह से करेंगे. साथ ही वहां मौजूद बच्चों ने अपने रोबोट के बारे में बताया और साथ ही ये भी बताया कि आखिर उनका रोबोट किस तरह से रोबोट काम करेगा. साथ ही बच्चों का कहना है कि उम्मीद नहीं थी कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में इस तरह की भी शिक्षा दी जाएगी. जिससे कि हम बच्चे अपनी प्रतिभा को इस तरह से दिखा सकेंगे.

रोबोटिक्स लीग में पहुंचे दिल्ली से सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस तरह का आज तक देश में कहीं नहीं किया गया है. इसमें शामिल होने वाले प्राइवेट और सरकारी स्कूल हैं, जिसमें sos के हमारे जायदा स्कूल हैं. हमारी सरकार बनने के 8 साल बाद सरकारी स्कूलों में जो शिक्षा का स्तर है. हमारे स्कूलों में बेस्ट शिक्षा मिल रही है.

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साथ ही सीएम ने कहा कि एग्जीबिशन में जिस तरह के प्रोडक्ट बच्चों ने बनाया है उसे हम इमेजिन भी नहीं कर सकते हैं. एग्जिबिशन में बच्चों ने है स्टॉल पर जिंदगी से संबंधित समस्याएं. यानि जो रोजमर्रा की समस्या हैं. उनका समाधान उन्होंने टेक्नोलॉजी की के जरिए निकाले हैं. केजरीवाल ने इसी को देखते हुए अपना एक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि जब मैं पढ़ने रहा था और सेकंड ईयर करने के बाद छुट्टियां थी तो मैं अपने गांव गया. गांव में मेरे दादाजी बोले कि यह पंखा खराब है यह ठीक कर दे. मैंने कहा मुझे नहीं आता तो दादा जी बोले क्या, तू तो कहता है कि तू मैकेनिकल इंजीनियरिंग कर रहा है. उस टाइम मुझे लगा कि हमारे देश की जो शिक्षा प्रणाली है, वह उससे कटी हुई है (Practical Knowledge). उन्होंने कहा कि हम बड़े-बड़े इंजीनियर बन जाते हैं, लेकिन जिंदगी की आम समस्याओं को सॉल्व नहीं कर पाते.

वहीं इसको लेकर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली रोबोटिक लीग आयोजित की जा रही है. 8 से 10 साल पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि रोबोटिक को लेकर सरकारी स्कूल में कंपटीशन होगा. दुनियां की बेस्ट एजुकेशन दिल्ली में मिल रही है. उन्होंने कहा कि जब कहीं एडमिशन नहीं हो या फिर फीस न हो तब बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते थे. अरविंद केजरीवाल ने आज ऐसे सरकारी स्कूल बनाए हैं. अब बच्चे बोलते हैं कि हमे सरकारी स्कूल में एडमिशन लेना है. देश में जो बड़ी-बड़ी समस्या है. उसका समाधान भी आप ही करेंगे.