Delhi Dengue Cases: डेंगू से छुटकारा के लिए केजरीवाल सरकार का मास्टर प्लान, बच्चों को देंगे डेंगू होमवर्क
Delhi Dengue Cases: स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस साल अप्रैल, मई, जुलाई में बारिश होती रही है, जिसके चलते डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के पनपने की आशंका जताई जा रही है.
Delhi Dengue Cases: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल अप्रैल, मई, जुलाई में बारिश होती रही है, जिसके चलते हर वर्ष के मुकाबले इस वर्ष डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के जल्द ही पनपने की आशंका बढ़ गई है. जबकि अक्सर सितंबर माह में डेंगू के मामले सामने आते थे. मगर आशंका जताई जा रही है कि कुछ माह पहले ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियां पनप सकती हैं. ऐसे में इनसे निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
सामुदायिक भागीदारी का अह्वाहन
इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सचिवालय में सभी विभागों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की और अधिकारियों को वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया की रोकथाम को लेकर अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को जागरुक होने के लिए कहा. साथ ही डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दिल्ली के हर घर में डेंगू पर प्रहार करने के लिए डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स पहुंच रहे हैं. डेंगू की रोकथाम के लिए स्कूली बच्चों की मदद भी ली जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने जागरूकता अभियानों और सूचना संचार को बढ़ाकर सामुदायिक भागीदारी का भी आह्वान किया. बैठक में स्वास्थ्य विभाग, एमसीडी, एनडीएमसी, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, शिक्षा आदि विभागों के अधिकारियों मौजूद थे.
घर-घर जाकर डेंगू पर करेंगे प्रहार
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस साल अप्रैल, मई, जुलाई में बारिश होती रही है, जिसके चलते डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के पनपने की आशंका जताई जा रही है. केजरीवाल सरकार ने वेक्टर जनित बीमारियों के खतरे को देखते हुए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इन बीमारियों की रोकथाम के लिए सबसे अहम भूमिका एमसीडी, एनडीएमसी आदि विभागों की है. ऐसे में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि डीबीसी (डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स) घर-घर जाकर केवल दवाइयों का छिड़काव ही नहीं करेंगे, बल्कि यह भी पता लगाएंगे कि उस परिवार में किसी डेंगू से संबंधित लक्षण तो नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिया निर्देश
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एमसीडी कमीश्नर ज्ञानेश भारती को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विभिन्न इलाकों में डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स घर-घर जा रहे हैं. साथ ही डीबीसी जिन-जिन घरों में दौरा कर रहे हैं, उन घरों की दीवार पर तारीख अकिंत करें कि घर के अंदर कब आए थे. ताकि पता चल सके कि डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स ने किस दिन घर की चेंकिग की.
रेंडम चेकिंग करेंगे अधिकारी
एमसीडी अधिकारी हर दिन अपने इलाकों में एक बार रेंडम चेकिंग करें. कम से कम 4-5 घरों में दौरा करें और डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स के बारे में लोगों से जानकारी लें. यदि डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स घरों में नहीं जा रहे हैं तो उनकी शिकायत विभाग में देकर सुनिश्चित करें कि वे सभी घरों के अंदर जाएं. सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने कार्यालयों में भी प्रतिदिन जांच करेंगे कि कहीं पानी तो एकत्र नहीं हो रहा है, जहां पर डेंगू के मच्छरों के प्रजनन हो रहा है. ऐसे स्थानों की जांच कर वहां साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं.
बच्चों को करेंगे शामिल
केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली के स्कूली बच्चों को डेंगू की रोकथाम में बड़े स्तर पर शामिल किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बच्चों में जागरूकता फैलाने में बहुत कारगर हो सकते हैं. ऐसे में एमसीडी और दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि डेंगू होमवर्क के नाम से स्कूली छात्रों को एक कार्ड दिया जाएगा. उस कार्ड को बच्चे अपने पैरेंट्स से भरवाएं. कार्ड के जरिए बच्चे हर हफ्ते सुनिश्चित करेंगे कि क्या उन्होंने अपने घर की पूरी चेकिंग की.