Delhi Water Crisis: वाह रे दिल्ली! एक ही मुद्दे पर धरने पर सरकार और विपक्ष, पर जनता की कौन लेगा सुध?
Delhi Water Crisis: पूर्व विधायक सत्यप्रकाश राणा ने आरोप लगाया कि बिजवासन विधानसभा मे भी लोग बून्द-बून्द पानी के लिए तरस रहे हैं. लोग प्राइवेट टैंकर के मनमाने रेट को मानने को मजबूर हैं. दिल्ली में कई ट्यूबबेल खराब है. दिल्ली जल बोर्ड उसको ठीक नहीं कर पा रही है.
Delhi Water Crisis: दिल्ली मे जल संकट बरकरार है, जितनी पानी की समस्या है, उतनी ही सियासत भी बरकरार है. दिल्ली में पानी का संकट दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है. एक तरफ आम आदमी पार्टी की सरकार बीजेपी की हरियाणा सरकार पर पानी कम देने का आरोप लगाते हुए. धरना-प्रदर्शन कर रही है. जल मंत्री आतिशी अनशन पर बैठ गयी हैं. आज उनके अनशन का तीसरा दिन है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी दिल्ली सरकार पर हमलावर है और रोजाना दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों मे धरणा प्रदर्शन करते हुए दिल्ली सरकार पर आरोप लगा रही है कि दिल्ली सरकार नौटंकी कर रही है.
बूंद-बूंद के लिए तरसती जनता
इन सब के बीच दिल्ली की जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है. बीजेपी का आरोप है कि दिल्ली सरकार के अधीन दिल्ली जलबोर्ड के पाइप लाइन से पानी की लीकेज हो रही है. इससे प्राइवेट टैंकर माफिया को बढ़ावा मिल रहा है. आम आदमी पार्टी के विधायकों की टैंकर माफियाओं से सांठ-गांठ है. हरियाणा सरकार भरपूर मात्रा मे पानी दे रही है. लेकिन दिल्ली सरकार के मिस मैनेजमेंट के कारण दिल्ली वाले बून्द बून्द पानी के लिए तरस रहे हैं.
अनशन पर जलमंत्री
आज भी एक तरफ दिल्ली सरकार कि जल मंत्री आतिशी पानी को लेकर तीसरे दिन भी अनशन पर बैठी हैं. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी भी दिल्ली सरकार के खिलाफ सड़कों पर उत्तरी हुई है. आज महिपालपुर मे बिजवासन के बीजेपी से पूर्व विधायक सत्यप्रकाश राणा के नेतृत्व मे सैकड़ों महिलाएं-पुरुषों ने हाथों मे मटका लेकर माता चौक से लेकर बिजवासन विधायक बी एस जून के महिपालपुर स्थित दफ्तर तक प्रदर्शन किया. वहां विधायक के ऑफिस मे ताला बन्द था, फिर प्रदर्शनकारीयों ने विधायक ऑफिस के बाहर मटकाफोड़ किया. और दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ये भी पढ़ें: गंदा और बदबूदार मिलने से परेशान लोग, महीनों से नहीं मिल रहा पीने का पानी
टैंकर माफिया
पूर्व विधायक सत्यप्रकाश राणा ने आरोप लगाया कि बिजवासन विधानसभा मे भी लोग बून्द-बून्द पानी के लिए तरस रहे हैं. लोग प्राइवेट टैंकर के मनमाने रेट को मानने को मजबूर हैं. दिल्ली में कई ट्यूबबेल खराब है. दिल्ली जल बोर्ड उसको ठीक नहीं कर पा रही है. प्रदर्शन मे कई बुजुर्ग और बीमार महिलाएं भी पहुंचे थे. इन लोगों का आरोप है कि इस चिलचिलाती धूप मे उन्हें मजबूरन सड़कों पर आना पड़ा है. इतनी उम्र गुजर गई, लेकिन पानी कि ऐसी समस्या कभी नहीं देखी थी. आज हम बीमार हैं और बून्द बून्द पानी के लिए तरस रहे हैं. विधायक के पास आते हैं. या फोन करते हैं तो वो मिलते नहीं और कभी मिलते है. तो बदतमीजी करते हैं. दिल्ली में पानी को लेकर सत्ता और विपक्ष दोनों धरने पर है.
INPUT- Mukesh Singh