Baba Bageshwar: डीसीपी ऑफिस में बाबा बागेश्वर से कुछ भविष्य पूछते तो कुछ हाथ जोड़े दिखे पुलिसकर्मी
Baba Bageshwar Dham Sarkar: बाबा बागेश्वर धाम सरकार में शुक्रवार को हनुमंत कथा के बाद पुलिस अधिकारियों ने बाबा को डीसीपी ईस्ट के ऑफिस में आने का निमंत्रण दिया. जहां पुलिसकर्मियों ने बाबा से अपने भविष्य के बारे में पूछा.
Baba Bageshwar In Delhi: बाबा बागेश्वर धाम सरकार (Baba Bageshwar Dhan Sarkar) को दिल्ली में अपार प्यार मिल रहा है. आलम यह है कि दिल्ली पुलिस भी खुद को उनकी भक्ति से अपने आप को रोक नहीं पाई. कल शुक्रवार को आईपी एक्सटेंशन में चल रही हनुमंत कथा (Hanumant katha) के समापन के बाद पुलिस अधिकारी बाबा की मेजबानी के लिए उन्हें डीसीपी ईस्ट के ऑफिस में आने का निमंत्रण दिया. बाबा ने पुलिस का निमंत्रण स्वीकार किया.
जहां डीसीपी ऑफिस में कार्यरत स्टाफ ने हाथ जोड़कर उनका स्वागत किया और उसी तरह उन्हें विदा भी किया गया. बाबा के लिए कॉन्फ्रेंस रूम में बैठने का इंतजाम किया गया, जहां जॉइंट कमिश्नर रैंक के अधिकारियों के अलावा, डीसीपी, अडिशनल डीसीपी, इंस्पेक्टर के अलावा कॉन्स्टेबल तक के पुलिसकर्मी मौजूद रहे. पुलिस सूत्र ने बताया कि रात कथा समाप्त होने के बाद पुलिस अधिकारी बाबा को डीसीपी ऑफिस लेकर पहुंचे थे.
बाबा ने करीब एक घंटे तक डीसीपी ऑफिस में पुलिसवलों पर अपनी कृपा बनाई. पहले तो वरिष्ठ अधिकारी ही उस रूम में मौजूद आधिकारियों की परिचय से बातचीत शुरू हुई. अधिकारियों ने अपना परिचय दिया. कुछ देर बातचीत होने के बाद अधिकारियों ने घुमा-फिराकर अपने भविष्य के बारे में इच्छा जाहिर करने लगे. इसके बाद बाबा ने उन्हें कुछ-कुछ बताया. बता दें कि ईको-1 और ईको-2 यानी डीसीपी ईस्ट व अडिशनल डीसीपी ईस्ट ने फोटोग्राफी या विडियोग्राफी ना करने के सख्त निर्देश दिए थे. मगर फिर कुछ लोगों ने फोटोग्राफी व विडियोग्राफी कर ही ली. इसमें पुलिसकर्मी बाबा के वहां से गुजरते के दौरान हाथ जोड़े खड़े दिख रहे हैं.
माना जा रहा है कि पंडाल में अधिक भीड़ होने के कारण अधिकारी बाबा से मिल नहीं पाए थे. पंडाल में पहले सभी वरिष्ठ अधिकारी थे और जब बाबा डीसीपी ऑफिस पहुंचे तो सभी अधिकारी भक्तों के रूप में बाबा के आगे नतमस्तक होते दिखे. इस कारण कथा समाप्त होने के बाद उन्हें डीसीपी ऑफिस ले जाया गया था, जिससे कुछ पल वहां बाबा के साथ बिताए. फिलहाल इस मामले पर डीसीपी ईस्ट अमृता गुगलोथ से जानना चाहा कि बाबा को डीसीपी क्यों लाया गया था, लेकिन कोई जवाब नहीं आया.
Input: राजकुमार भाटी