Dev Diwali 2023: दिल्ली के मॉडल टाउन में स्थित नैनी झील पर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मनाया गया दीपोंउत्सव. इस मौके पर करीब 1100 दीपों को नैनी झील के किनारे जलाए गए और बनारस की तर्ज पर गंगा नदी किनारे होने वाली आरती की तरह यहां नैनी झील किनारे गंगा आरती की गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उपस्थिति दर्ज करवाई. वहीं, झील पर भगवान श्री रामचंद्र, सीता मैया, लक्ष्मण व हनुमान जी नाव में सवार श्रीलंका से अयोध्या लौटते हुए थीम भी दर्शाई गई.


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कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर उत्सव
दिल्ली के मॉडल टाउन में स्थित नैनी झील पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर निजी संस्थाओं द्वारा दीपोउत्सव का पर्व मनाया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इस दीपोत्सव में लंकापति रावण, भगवान शिव शंभू, माता पार्वती जी का नृत्य और कई तरह की झांकियां दिखाई गईं. अंत में इस दीपोत्सव की समाप्ति से पहले नैनी झील में सवार होकर भगवान श्री रामचंद्र-सीता मैया, भगवान लक्ष्मण और भगवान हनुमान जी की टोली नाव में सवार होकर एक झील के एक तट से दूसरे तट तक पहुंची, जिसे देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि मानों लंका से विजयी होकर भगवान श्री रामचन्द्र अयोध्या पहुंचे हैं. इस आयोजन में भजन-कीर्तन व करीब 1100 दीपों को झील किनारे प्रज्वलित किया गया, जिससे यहां का माहौल खुशनुमा और भक्तिमय हो गया.


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वनवास से वापस लौटे भगवान
बता दें कि बनारस की तर्ज पर लगभग कार्यक्रम किए गए. गंगा आरती से पहले भगवान श्री रामचंद्र जिस तरीके से रावण का वध कर, 14 वर्षों की वनवास काटकर अयोध्या लौटते थे, उसी थीम को आज मॉडल टाउन की इस नैनी झील में दर्शाया गया है. यह आयोजन देखकर एक बार फिर से नवरात्रों में हुई रामलीलाओं का मंचन की चित्र उभरने लगी.


INPUT- Naseem Ahmed