बाजार में सजावट के लिए एक से एक अच्छी चीजें मौजूद हैं, लेकिन एक परंपरा ऐसी है जो कि बरसो से चलती आ रही वह है मुख्य द्वार पर वंदनवार का इस्तेमाल. वंदनवार आदिदेव गणपति जी और माता लक्ष्मी जी की स्वागत के लिए लगाया जाता हैं.
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बाजार में सजावट के लिए एक से एक अच्छी चीजें मौजूद हैं, लेकिन एक परंपरा ऐसी है जो कि बरसो से चलती आ रही वह है मुख्य द्वार पर वंदनवार का इस्तेमाल. वंदनवार आदिदेव गणपति जी और माता लक्ष्मी जी की स्वागत के लिए लगाया जाता हैं.
अधिकतर लोगों के घर में साफ-सफाई का काम तो पूरा हो गया होगा अब दौर है सजावट का. लोग अपने घर को सुंदर बनाने के लिए रंग बिरंगी लाइटों का इस्तेमाल घर को सजाने के लिए करते है. बाजार में सजावट के लिए एक से एक चीजें मौजूद है. लेकिन एक परंपरा ऐसी है जो कि बरसों से चली आ रही है वह है मुख्य द्वार पर वंदनवार का इस्तेमाल करना. यह देखने में काफी खूबसूरत लगता है यह गणपति और माता लक्ष्मी जी का स्वागत भी करता है.
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लेकिन ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो कि आर्टिफिशियल फूलों का वंदनवार भी लगाते हैं, लेकिन ताजे और खुशबूदार फूलों के वंदानवार की बात ही कुछ और होती है. इस दिवाली के मौके पर आप अपने घर में ताजे फूलों और आम अथवा अशोक के पेड़ की पत्तियों से वंदनवार को बनाकर अपने घर पर लगाए. इससे आपके जीवन में सुख-शांति बनी रहती हैं और जीवन में सफलता भी मिलती है. अगर आपके मन में आपके मन में आर्टिफिशियल फूलों की माला लगाने का मन हो तो आप वह भी लगा सकते है.
आपको दिवाली के मौके पर एक और खास बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप वंदनवार को घर के मुख्य द्वार पर लगा रहे हैं तो आपको ताजे फूलों की एक माला अपने पूर्वजों की भी पहननी चाहिए. चाहे वह आर्टिफिशियल फूलों की माला क्यों न हों.
दिवाली के अवसर पर आपको घर में रंगोली अवश्य बनानी चाहिए. रंगोली को पूजा घर में बनाना काफी अच्छा माना जाता है. रंगोली को बनाने से पारिवारिक उन्नति भी होती है. दिवाली के अवसर पर अपने घर को अंदर और बाहर दोनों तरफ से अच्छी तरह सजाना चाहिए.