Nautapa 2023: मई महीने में सूर्य देवता का प्रवेश रोहिणी नक्षत्र में हो रहा है, जिससे नौतपा की शुरुआत होती है. नौतपा में सूर्य अपने पूरे प्रभाव में रहते हैं और भीषण गर्मी पड़ती है.
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Nautapa 2023: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह नक्षत्रों के परिवर्तन का विशेष महत्व माना जाता है. सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है, जिनके ग्रह नक्षत्र में परिवर्तन का असर सभी राशियों के जातकों पर भी देखने को मिलता है. मई महीने में सूर्य देवता का प्रवेश रोहिणी नक्षत्र में हो रहा है, जिसे नौतपा कहते हैं. नौतपा में सूर्य अपने पूरे प्रभाव में रहते हैं और भीषण गर्मी पड़ती है.
कब से होगी नौतपा की शुरुआत
नौतपा की शुरुआत 25 मई से होगी, जो 08 जून तक रहेगा, जिसमें शुरुआत के 9 दिनों में ज्यादा गर्मी पड़ती है. नौतपा में सूर्य रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) में रहेंगे, इसके स्वामी चंद्रमा और राशि का स्वामी शुक्र है. नौतपा में सूर्य का विशेष प्रभाव होता है, जिसकी वजह से तापमान में वृद्धि होती है. नौतपा में सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं, जिससे मैदानी इलाकों में गर्मी और पहाड़ी इलाकों में बारिश की संभावना होती है.
सूर्य देव कब करेंगे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश
सूर्य देवता 25 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 8 जून को सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे.
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नौतपा में सूर्य और चंद्र देवता का पूजन
नौतपा में सूर्य और चंद्र देवता के पूजन का भी विशेष महत्व माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि नौतपा में सूर्य देव का पूजन करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. इसके साथ ही सूर्यास्त के समय सूर्य देव और चंद्र देव को अर्घ्य देने का भी विशेष महत्व माना जाता है.
नौतपा पर होगी ग्रहों की युति
ज्योतिष शास्त्र में भी नौतपा का विशेष महत्व माना जाता है, इसके आधार पर मौसम की भविष्यवाणी भी की जाती है. इस बार नौतपा में गुरु और शुक्र एक ही राशि में पड़ रहे हैं, वहीं इस युति पर बुध की दृष्टि भी पड़ने से अति वृष्टि योग बन रहा है. इस योग की वजह से कुछ जगहों पर बाढ़ तो कहीं भूस्सलन और सूखे जैसे हालात बन सकते हैं.
नौतपा को लेकर मान्यता
ज्योतिष शास्त्र के साथ ही नौतपा को लेकर कई लोक मान्यताएं भी प्रचलित हैं. ऐसा कहा जाता है कि अगर नौतपा के 9 दिन ज्यादा तपते हैं तो अच्छी बारिश होगी, अगर नौतपा में बारिश होती है तो उस साल अच्छी कम बारिश होगी, इसे रोहिणी नक्षत्र का गलना भी कहते हैं.