Mahadev betting: केंद्र सरकार की ओर से 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइटों को ब्लॉक करने का आदेश जारी किए जाने के बाद से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दुबई से संचालित हो रहे महादेव बुक (Mahadev Book) ऐप पर अपना शिकंजा कस दिया है. ED ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के केस में 580 करोड़ रुपये फ्रीज किए हैं. इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, रायपुर, इंदौर और गुरुग्राम में की गई छापेमारी के दौरान 1.86 करोड़ रुपये कैश और 1.78 करोड़ का कीमती सामान जब्त किया है. 


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दरअसल महादेव ऑनलाइन बुक अवैध सट्टेबाजी वाली वेबसाइटों को नए यूजर जोड़ने, उनकी आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों की मदद से हवाला कारोबार से जुड़े लोगों का एक सिंडिकेट है. इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर दुबई से हाल ही में इस ऐप को चलाने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को हिरासत में लिया है. 


सिर्फ 5 साल में काली कमाई से खड़ा किया बिजनेस एम्पायर 
दरअसल भिलाई (एमपी) में जूस की दुकान चलाने वाले सौरभ की दोस्ती रवि उप्पल नाम के इंजीनियर से हो गई. बाद में दोनों ने 2017 में ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिये पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई. हालांकि इससे कुछ ख़ास फायदा नहीं मिला. 2019 में पहले सौरभ और फिर उप्पल दुबई चला गया. दोनों ने मिलकर महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया.


बॉलीवुड और राजनेताओं से जुड़े तार 


इस ऐप के माध्यम से यूजर कार्ड गेम्स, चांस गेम्स, पोकर जैसे लाइव गेम खेलते थे. बाद में इस ऐप के जरिये क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों में सट्टे लगाए जाने लगा. दोनों ने भारत में बिजनेस को बढ़ाने के लिए बॉलीवुड स्टार्स से ऐप का प्रमोशन कराया. धीरे-धीरे वे राजनीति से जुड़े दिग्गजों के संपर्क में आ गए. ईडी एक्टर रणबीर कपूर से ऐप की ओर से मिल रहे पैसे की जानकारी मांग चुकी है.