Faridabad News:बेहद भाग दौड़ व तनाव भरी जिंदगी के कारण या तो लोगों की सहनशक्ति खत्म होती जा रही या फिर फरीदाबाद में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब ना तो उन्हें किसी कानून का डर है और ना ही पुलिस की वर्दी का. बदमाश अब बेखौफ होकर लगातार वारदात करते हुए नजर आ रहे हैं.


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बिजली विभाग के कर्मचारी के घर में घुसकर की मारपीट


फरीदाबाद शहर में लगातार लूटपाट चोरी,मर्डर की घटनाएं बढ़ती नजर आ रही है. शहर में लगातार बढ़ रहे अपराधों का ही असर है कि अब बदमाश आम आदमी के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों पर भी बेखौफ हमला करते हुए नजर आ रहे हैं. ताजा मामला हरियाणा के जिले फरीदाबाद की बड़खल विधानसभा के बिजली विभाग में तैनात एक्सईएन (कार्यकारी अभियंता) के घर में घुसकर दो बदमाशों ने अधिकारी के घर के बाहर ही लाठी डंडों से बुरी तरह पीट दिया. इसके चलते xen को काफी गंभीर चोट आई हैं.


अखबार हॉकर ने की बिजली अधिकारी की पिटाई 


बिजली विभाग में तैनात पीड़ित एक्सईएन विनय अत्री ने बताया कि आज सुबह उनके घर पर रोजाना की तरह अखबार देने वाला हॉकर राजू अखबार लेकर आया. जिसने आते ही उनसे अखबार के बकाया रुपए की मांग की. जिसके बाद उन्होंने कहा कि तुम मुझे जीएसटी का बिल दे दो मैं तुम्हारी पेमेंट कर देता हूं. लेकिन हॉकर ने उन्हें जीएसटी के साथ बिल देने से मना कर दिया और रुपए लेने की धमकी देते हुए चला गया. उसके जाने के बाद वह अपने स्कूल जा रहे बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी में जुट गया. कुछ देर बाद हॉकर और उसके साथ आए दो अन्य बदमाश लाठी डंडे लेकर उनके घर पर जा पहुंचे और उन्होंने आते ही उन पर लाठी डंडों लात घूंसो से पीटना शुरू कर दिया. उन्हें बचाने के लिए उनकी पत्नी और बेटी दौड़ी तो उन्होंने उनके साथ भी हाथापाई की.  


पुलिस ने 2 घंटे तक बेवजह बैठाया 


विनय अत्री ने बताया कि उन्हें इससे भी ज्यादा हैरानी तो तब हुई जब वह अपनी शिकायत लेकर सैनिक कॉलोनी स्थित पुलिस चौकी पहुंचे तो उन्हें लगभग 2 घंटे तक चौकी में बेवजह ही बैठाया रखा. शिकायत लेने की बात तो दूर उनसे सही से बात नहीं की गई और उन्हें उल्टा पुलिस द्वारा धमकाया गया. उन्हें सतबीर नाम के एक पुलिस वाले ने धमकाते हुए बोला कि आपको अखबार वाले से बिल नहीं मांग कर उसे पैसे दे देने चाहिए थे झगड़ा ही नहीं होता.


15 से 20 लोग आने के बाद हरकत में आई पुलिस 


पीड़ित विनय अत्री के अनुसार जब उन्हें 2 घंटे तक कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आई तो उन्होंने अपने विभाग के अन्य साथियों को इसकी सूचना दी. इसके बाद उनके विभाग के जब अन्य 15- 20 लोग सैनिक कॉलोनी चौकी पहुंचे तब जाकर पुलिस हरकत में आई और 2 घंटे बाद विनय अत्री की शिकायत पुलिस ने ली. पीड़ित विनय अत्री ने कहा कि जब उनके एवन क्लास अफसर होने और पीड़ित होने के बाद भी उन्हें 2 घंटे तक पुलिसकर्मियों ने पुलिस चौकी में बिठा कर रखा तो गरीब और अनपढ़ लोगों के साथ पुलिस का व्यवहार कैसा होता होगा, इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है. इसलिए वह चाहते हैं की ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी पुलिस के बड़े अधिकारियों को एक्शन लिया जाना चाहिए ताकि पीड़ित अन्य लोगों के साथ पुलिस ऐसा व्यवहार न करे. 


इनपुट: अमित चौधरी