सर्द रातों में राहगीरों और बेघरों को रात में छत देने की कवायद, शहर में प्रशासन द्वारा बनाए तीन अस्थाई रैन बसेरे, बस स्टैंड के आसपास ही बने हुए हैं तीनों रैन बसेरे में आने वाले आगंतुकों के लिए पलंग, रजाई, कंबल सहित गर्म पानी की सुविधा
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पानीपत और सोनीपत समेत कई जिलों में बने रैन बसेरों की जमीनी हकीकत से जी मीडिया ने रूबरू कराया था. इस दौरान खुले आसामान में सड़क किनारे ठंड से ठिठुरते लोग नजर आए थे. इस खबर के असर के बाद फतेहबाद में रैन बसेरों में सभी जरुरी सुविधाए मुहैया कराने का दावा किया गया है. यहां प्रशासन ने सर्द रातों में इधर-उधर सो रहे बेघर लोगों को रैन बसेरों में पहुंचाने में कवायद शुरू कर दी है.
बेघर लोगों को सर्दी से बचाने के लिए शहर में तीन आश्रय स्थल यानी रैन बसेरे बनाए गए हैं, जिनमें एक समय में 30 से अधिक लोग आश्रय ले सकते हैं. यह रैन बसेरे शहर में बने बस स्टैंड के आसपास बनाए गए हैं. इनमें एक नगर परिषद कार्यालय के प्रथम तल पर हैं, जिसमें चारपाई, गद्दा, रजाई कंबल सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने का दावा किया गया है. तो वहीं दो अन्य बस स्टैंड के समीप ही बनी धर्मशालाओं में बनाए गए हैं. इन धर्मशालाओं में भी व्यवस्था अच्छी नजर आई. यहां आने वाले आगंतुकों के लिए पलंग, रजाई, कंबल के साथ-साथ नहाने के लिए गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई है.
इसके साथ ही धर्मशालाओं में मजबूर और बेघरों राहगीरों के लिए खाना भी मुहैया करवाया जाता है. प्रशासन द्वारा शहर में एवं बस स्टैंड के आसपास एवं सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर लगाकर रैन बसेरों के बारे में जानकारी भी दी गई है. फिलहाल इन रैन बसेरों में राहगीरों का आना शुरू नहीं हुआ है. रैन बसेरों के संचालकों का कहना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी और कोहरा शुरू होगा तो इनमें आश्रय लेने के लिए लोगों का आना शुरू हो जाएगा. फिलहाल इन प्रशासन और रेन बसेरा संचालकों द्वारा आंगतुकों को बेहतर सुविधा देने का दावा किया जा रहा है. मगर जब यहां लोगों का आना शुरू होगा तो उन्हें किस प्रकार सुविधा मिल सकेगी या नहीं, यह आने वाला वक्त बताएगा.
Input: Ajay Mehta