G-20 Summit: CAIT ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र भेजकर G-20 सम्मेलन के दौरान प्रगति मैदान में व्यापारिक प्रदर्शनी के आयोजन करने की मांग की है.
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G-20 Summit: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने दिल्ली सरकार से दिल्ली के कुछ इलाकों में बाजार को बंद करने के निर्णय पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है. CAIT ने कहा है कि इस निर्णय से पूरे विश्व में कोई नकारात्मक संदेश न जाए, उस पर अवश्य विचार किया जाना चाहिए. इसके साथ ही CAIT ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी पत्र भेजकर G-20 सम्मेलन के दौरान प्रगति मैदान में व्यापारिक प्रदर्शनी के आयोजन करने की मांग की है.
CAIT ने मंत्री पीयूष गोयल और विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर प्रगति मैदान के किसी एक हाल में व्यापारिक प्रदर्शनी आयोजित करने की मांग की है. जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के प्रमुख उत्पादों को प्रदर्शित किया जाए. इस प्रदर्शनी के माध्यम से व्यापारी विदेश से आने वाले लोगों को पिछले 9 साल में PM मोदी के नेतृत्व में दूरदर्शी और आत्मनिर्भर भारत के साथ ही मेड इन इंडिया के अंतर्गत व्यापार एवं अर्थव्यवस्था में हुई प्रगति से रूबरू कराना चाहते हैं.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा कि इससे निश्चित रूप से देश के निर्यात व्यापार में बड़ी वृद्धि भी ही सकती है. साथ ही आत्मनिर्भर भारत का एक बड़ा संदेश पूरी दुनिया को दिया जा सकता है, जो विश्व की बड़ी कंपनियों को भारत में कारखाने लगाने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा.
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खंडेलवाल ने कहा कि ऐसे समय जब विश्व के सभी प्रमुख देशों के हजारों लोग दिल्ली में होंगे, यह समय भारत के व्यापार में वृद्धि करने में मददगार साबित हो सकता है. ऐसे में दिल्ली के सभी बाजारों को खुला रखना चाहिए और सुरक्षा के सभी आयामों पर कोई कोताही न बरतने के लिए सरकार को दिल्ली के व्यापारिक संगठनों से आग्रह करना चाहिए. सम्मेलन की अवधि के दौरान दिल्ली के बाजारों में अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध किए जाएं. बाजार आने-जाने के रास्तों को सीमित किया जाए तथा आवश्यक रूप से मार्केट में आने वालों की पहचान के भी पुख्ता इंतजाम किए जाएं. सफाई एवं सुंदरता का भी विशेष ध्यान रखा जाए. इस पर दिल्ली की सभी मार्केट एसोसिएशन पुलिस एवं अन्य सरकारी सुरक्षा एजेंसियों एवं अन्य निकायों का पूर्ण सहयोग करें. खुले हुए बाजार न केवल आए हुए मेहमानों बल्कि पूरे विश्व को भारत की व्यापारिक समृद्धि का संदेश देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस व्यवस्था एवं अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूर्ण रूप से सक्षम हैं और दिल्ली के लोग दिल्ली एवं देश की सर्वश्रेष्ठ झांकी पूरे विश्व को देने में हर प्रकार से तत्पर हैं.
खंडेलवाल ने कहा की इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में सुरक्षा के मामले में कोई भी समझौता नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह देश की प्रतिष्ठा का सवाल है. साथ ही यह भी सुनिश्चित हो कि बाजारों को व्यापार करने के भी भरपूर अवसर मिलने चाहिए, जिससे देश आर्थिक रूप से समृद्ध हो सके और उस महत्वपूर्ण आयोजन का पूरा लाभ देश की अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए उठाया जा सके.
पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले कुछ साल में मेड इन इंडिया के अंतर्गत बड़ी वस्तुओं का निर्माण देश में शुरू हुआ है और इस क्षेत्र में बड़ी सफलताएं अर्जित की हैं. ये सब विदेशी मेहमानों को दिखाना चाहिए, जिससे भारत के अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नये आयाम मिलें. उन्होंने इस बारे में सुझाव दिया की वाणिज्य मंत्रालय प्रगति मैदान में ही एक विशिष्ट प्रदर्शनी का आयोजन करें, जिसमें देश के सभी राज्यों के विशिष्ट उत्पाद प्रदर्शित किए जाएं. व्यापारी नेताओं ने कहा की देश के हर राज्य के अनेक शहरों के अपने मशहूर उत्पाद हैं. ऐसे सभी उत्पादों को प्रदर्शित किए जाने से व्यापार में निश्चित वृद्धि होगी. उन्होंने इस संबंध में कहा कि जैसे आसम की चाय पत्ती, वाराणसी का कपड़ा और सिल्क, भदोई के कार्पेट, राजस्थान के सांगनेरी कला के उत्पाद, हैंडिक्राफ्ट आइटम्स,पश्चिम बंगाल के जूट उत्पाद, बिहार की मैथिली कला के उत्पाद, गुजरात के वस्त्र, मध्य प्रदेश के हस्तशिल्प, महाराष्ट्र के फैशन वस्त्र, खादी से बनी वस्तुएं, झारखंड की आदिवासी कला के उत्पाद, उत्तर प्रदेश के पीतल के उत्पाद, दक्षिण भारत की विभिन्न प्रकार की मूर्तियां तथा हैंडिक्राफ्ट आइटम्स,अन्य राज्यों के अनेक विशिष्ट उत्पादों सहित भारत में बने मोबाइल फोन तथा अन्य टेक्नोलॉजी के उत्पाद, एफएमसीजी उत्पाद, चांदी एवं सोने की ज्वैलरी, आर्टिफिशियल ज्वैलरी जैसे अनेक सामान की प्रदर्शनी लगाई जा सकती है. कैट इसमें सरकार का सहयोगी बनने के लिए तत्पर है.