UP Corona  Update: गौतमबुद्ध नगर में कोविड प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने से कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बावजूद कोविड हॉस्पिटल में कोविड प्रोटोकॉल की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. लोग फिर से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों को दरकिनार कर रहे हैं. यही कारण है कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में अचानक उछाल आ गया है. 


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गौतमबुद्ध नगर में लंबे अरसे बाद कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक 114 नए मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए कोविड-19 के आकंड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 1727 लोगों का कोविड टेस्ट किया गया, जिसमें 114 नए कोरोना मरीज मिले हैं. जिससे सक्रिय संक्रमितों की संख्या 396 पहुंच गई है.  15 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे सक्रिय मरीजों के मामले में गौतम बुद्ध नगर जिला प्रदेश में पहले स्थान पर है.


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दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए समीक्षा बैठक की है. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि लोग मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. कोविड-19 प्रोटोकॉल का प्रचार पब्लिक एड्रेस सिस्टम से किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए.


अस्पतालों में मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से किया जाए. लेकिन नोएडा के सबसे बड़े कोविड-19 अस्पताल में चल रही कोविड-19 के जांच के दौरान इन नियमों की धज्जियां उड़ती साफ दिखाई दे रही है. अस्पताल में जिन मरीजों में कोविड-19 के लक्षण पाए जा रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है. सीएमओ सुनील कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना ही जाना चाहिए.


वायरस की चपेट में फिर से क्यों आ रहे हैं लोग 
गौतमबुद्ध नगर से सटे दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 1149 नए कोविड मामले दर्ज किए गए, एक व्यक्ति की मौत हो गई. राजधानी में कुल सक्रिय मामले 3347 हैं. इधर ज्यादातर लोग मान चुके हैं कि उन्होंने तो वैक्सीन की सारी डोज ले ली हैं तो मास्क लगाने की जरूरत क्यों है तो इसे हम बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ की एक स्टडी से समझने की कोशिश करते हैं.


दरअसल इस अध्ययन में दावा किया गया है कि वैक्सीन के बाद शरीर में जो एंटीबॉडी बनी थी, उस पर प्रदूषण का निगेटिव इफेक्ट पड़ रहा है. यही वजह की कोरोना वैक्सीन का पहला, दूसरा और बूस्टर डोज लेने के बाद भी लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं.