पीयूष गौर/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक बच्चे की हिम्मत के सामने बदमाशों की अपहरण करने की घटना नाकाम होने का मामला सामने आया है. गाजियाबाद के थाना मुरादनगर इलाके में बीते शनिवार एक बच्चे के अपहरण का मामला सामने आया. जहां मुरादनगर की आयुध निर्माणी फैक्ट्री के बाहर से व्यापारी के 11 साल बेटे का अपहरण कर लिया गया था.


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दरअसल, थाना मुरादनगर के राधेश्याम फेस वन कॉलोनी में रहने वाले धर्मेंद्र अपने पत्नी और पुत्र आरव और मनी के साथ रहते हैं. शनिवार को जब उनका 11 साल का बेटा आरव साइकिल से रेलवे रोड पर सब्जी लेने गया तभी कार सवार बदमाशों ने उसकी साइकिल रोक ली और साइकिल समेत उसे कार में खींच लिया. 11 साल के आरव के मुताबिक गाड़ी में चार बदमाश मौजूद थे और उनके हाथों में हथियार और कुछ कांच के टुकड़े थे.


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अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच निकलने वाला बच्चा


बदमाश उसे उन हथियारों से डरा रहे थे. इतना ही नहीं बदमाशों ने उसकी साइकिल को गाड़ी से फेंक दिया था और उसके कपड़े भी उतार दिए. इसके बाद बदमाशों ने अपनी गाड़ी थाना क्षेत्र के पैदल गांव के पास लाकर रोक दी, तभी एक बदमाश का फोन बजता है और इस दौरान आरव बदमाश के हाथ पर काट कर उनके चंगुल से भाग निकला. आरव बिना कपड़ों के पैदल दौड़कर घर पहुंचा और घर वालों को आपबीती सुनाई. इस पूरी घटना के बाद परिजन शिकायत लेकर पुलिस चौकी पहुंचे, लेकिन कोई उनकी शिकायत सुनने को तैयार नहीं था. परिजनों का कहना है कि पुलिस अगर सभी सीसीटीवी आदि खंगाल लेती तो बदमाश ज्यादा दूर भाग नहीं पाते और पकड़े जाते.


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आपको बता दें कि 20 नवंबर को गाजियाबाद के थाना नंद ग्राम क्षेत्र की नई बस्ती इलाके में रहने वाली 11 साल की मासूम खुशी का भी अहरण कर लिया गया था. अपहर के बाद बदमाशों ने बच्ची के परिजनों से 30 लाख की फिरौती की मांग की थी. इस पूरी घटना की जानकारी खुशी के परिजनों ने पुलिस को दी था, पुलिस के द्वारा परिजनों को बच्चे को जल्द खोजने की बात भी कही गई थी, लेकिन लड़की की लाश बुलंदशहर कोतवाली देहात क्षेत्र से गन्ने के खेतों में मिली. इस पूरी घटना में भी गाजियाबाद पुलिस की लापरवाही देखने को मिली थी.