Ghaziabad Crime: यदि आप भी सड़क चलते किसी व्यक्ति को अपनी ग्रह दशा दिखाने या कीमती पत्थर खरीदने के लिए राहत चलते व्यक्ति से बात करने लगते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह खबर आपके काम की हो सकती है. गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो नकली नग या कीमती पत्थर और ग्रह दशा बताने के नाम पर ज्वेलरी और पैसे लेकर फरार हो जाते थे.


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दरअसल, गैंग लोगों को तांबे के कटोरे में नग डालकर उसे कंपन कर दिखाता था, जिससे तांबे के कटोरे में नग कांपने लगते थे. इसके बाद यह उन ग्रह दशा के पत्थरों को उनके अनुकूल बताते हुए खरीदने के लिए कहते हैं. इसके साथ में उनके पहने हुए असली जेवरात की शुद्धि की बात कहते हुए उनसे जेवर भी ठग लिया करते थे. इस गैंग के सदस्य विशेष रूप महिलाओं और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाते थे.


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गैंग के लोग महिलाओं और बुजुर्गों को अपनी बातों में फंसा कर उनसे धोखाधड़ी करता था. यह अपनी बातों में बुजुर्गों और महिलाओं को कुछ इस तरह से उलझते थे कि पीड़ित खुद-ब-खुद अपना नकदी और जेवर गिरोह के लोगों को सौंप देते थे. पुलिस ने गिरोह के आरोपी आबिद, सैफ, आसिफ और फुरकान को गिरफ्तार किया है.


पुलिस के मुताबिक, आरोपियों द्वारा गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, फतेहपुर, मिर्जापुर, बस्ती, बिहार, झारखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश और दिल्ली एनसीआर समेत आसपास के राज्यों में नकदी और जेवर उतरवाने की कई वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है. गिरोह के लोग भोली भाली महिलाओं और बुजुर्गों को जो अकेले घूमते हुए मिलते थे.


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उनको अपनी बातों में बहलाव फुसलाकर सम्मोहित करते और उनकी ग्रह दशा खराब बात कर धोखे से उनके सेवक उतरवा लेते हैं उसके बदले नकली सेवा ही नकली देकर असली सेवर लेकर भाग जाते थे. पुलिस ने इस गैंग की गिरफ्तारी के बाद गाजियाबाद में किए गए मुकदमों के खुलासे के साथ पकड़े गए गैंग के पास से ढाई लाख रुपये के कीमती जेवर नकली नग समेत, तांबे का कटोरा उसमें घूमने के लिए लकड़ी का हैंडल और दो मोटरसाइकिल आदि सामान बरामद किए हैं.


(इनपुटः पीयूष गौड़)