Ghaziabad News: गाजियाबाद के मसूरी थाना इलाके के डासना की इंटरनेशनल एग्रो फूड के नाम की मीट एक्सपोर्ट फैक्ट्री से बुधवार 30 मई को 57 नाबालिग बच्चे रेस्क्यू कराया गया, जिसमें 31 लड़कियां और 26 लड़के हैं. इन मासूम बच्चों से एनीमल कटिंग और मीट प्रोसेसिंग का काम कराया जा रहा था. मामले की जानकारी एनसीपीसीआर को लगी, जिसके बाद गाजियाबाद पुलिस की मदद से की फैक्ट्री में दबिश देकर बच्चों को मुक्त कराया गया. डेढ़ किलोमीटर में फैली इस मीट फैक्ट्री में पुलिस को भी फैक्ट्री के अंदर जाने में घंटों मस्कत करनी पड़ी. इस मीट की फैक्ट्री के चारों गेट सीसीटीवी कैमरे में लैस हैं, जिसपर लगातार नजर रखी जाती है.


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पश्चिम बंगाल की मिसिंग एक लड़की से फूटा भंडा
पुलिस की छापेमारी की सूचना से मीट फैक्टरी में भगदड़ मच गई. यहां काम कर रहे लोग इधर-उधर भागने लगे. फैक्ट्री के अंदर काफी नाबालिग बच्चों को अमानवीय तरीके से रखा जा रहा था. जयदातार बच्चे बिहार, बंगाल और यूपी के थे. हैरानी की बात ये है कि इस फैक्ट्री के बाहर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था कि 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को अंदर जाना मना है. बाबजूद इसके यहां नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा था. एनसीपीसीआर ने बताया कि पश्चिम बंगाल की एक गुमशुदा नाबालिग लड़की की तलाश में टीम जुटी थी. छानबीन में पता चला कि यहां नाबालिग बच्चों से काम कराया जाता है. करीब दो महीने की पड़ताल के बाद फैक्ट्री पर छापेमारी की गई.


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मीट उत्पादन व एक्सपोर्ट का बड़ा कारोबार
इंटरनेशनल एग्रो फूड्स यूपी की बड़ी मीट निर्यातक कंपनी है. पिछले 10 वर्ष से यह भारत में मांस उत्पादनकर दुनिया के तमाम देशों में एक्सपोर्ट करती है. दिल्ली से 25 किमी दूर गाजियाबाद जिले में बूचड़खाना स्थित है. कंपनी रोजाना 250 मीट्रिक टन मांस उत्पादन की क्षमता रखती है. कंपनी के मुताबिक वह सभी पश्चिमी अफ्रीकी, सीआईएस, मध्य पूर्व, मिस्र, दक्षिण एशियाई सहित अन्य सुदूर पूर्वी देशों में मांस उत्पादों का निर्यात करती है. खानपान उद्योग, सुपरमार्केट और थोक विक्रेता इसके इसके मुख्य आयातक हैं.


INPUT- Raju Raj